सोनीपत: यमुना नदी में भी अवैध खनन का कारोबार जारी है. खनन विभाग समय समय पर कार्रवाई तो करता है लेकिन फिर भी (Illegal mining in Sonipat) खनन माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पिछले 2 महीने में खनन विभाग ने यमुना में अवैध खनन (Illegal mining in Yamuna river in sonipat) करने पर 4 एफआईआर दर्ज की हैं और खनन में इस्तेमाल होने वाले 10 वाहनों को कब्जे में लिया है.
खनन विभाग के अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि खनन के लिए 35 स्टाॅक आवंटित किए गए हैं और उनमें ही खनन हो रहा है. इसके अलावा अगर कहीं खनन होता है तो वहां विभाग की टीमें कार्रवाई करती है. अशोक कुमार ने पिछले कई सालों की विभागिय कार्रवाई का लेखा जोखा देते हुए बताया कि साल 2019 से लेकर आज तक लगभग अवैध खनन में इस्तेमाल होने वाले 711 वाहनों को जब्त किया गया है.
अवैध खनन करने वालों से विभाग ने साढ़े 11 करोड़ रुपए भी वसूले हैं. उन्होंने कहा की केवल तीन मीटर की गहराई तक ही यमुना में खनन किया जा सकता है और रेत का स्टॉक यमुना क्षेत्र से 5 किलोमीटर दूर लगाना होता है. अगर कोई इन नियमों की अवहेलना करता है. तो उस पर एनजीटी के नियमों के तहत कार्रवाई की जाती है.