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सोनीपत: ठसका गांव में लगे कूड़े के ऊंचे ढेर, कचरा निस्तारण के लिए नपा को नहीं मिल रही एजेंसियां - गोहाना डंपिंग स्टेशन पर कूड़ा

ठसका गांव के ग्रामीणों ने बताया कि वो लोग डंपिंग स्टेशन पर लगे कूड़े के ढेर को लेकर कई बार अधिकारियों से बात कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी हैं की सोए बैठे हैं. ग्रामीणों का आरोप है डंपिंग स्टेशन की दीवार की ऊंचाई  5 फीट है, जबकि कूड़े के ढेर 30 से 40 फीट ऊंचे हो गए हैं.

ठसका गांव में लगे कूड़े के ऊंचे ढेर
ठसका गांव में लगे कूड़े के ऊंचे ढेर
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Published : Jan 28, 2020, 4:05 PM IST

सोनीपत: गोहाना के ठसका गांव में बनाए गए डंपिंग स्टेशन पर कूड़े का ढेर लगा है. कूड़े का निस्तारण करने के लिए डॉकिंग स्टेशन को खाली करने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों ने दोबारा टेंडर लगाया है. जिसका टेंडर फरवरी के महीने में खुलेगा.

डंपिंग स्टेशन पर करीब 42000 मेट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ है. एजेंसी को 1 साल में कूड़े का उठान करना होगा. शहर में घरों से निकलने वाले कूड़े को फस्का डंपिंग स्टेशन पर एकत्रित किया जाता है. लंबे समय से कूड़े को एकत्र किए जाने के कारण डपिंग स्टेशन पर कूड़े के ढेर पहाड़ के रूप में तब्दील होते जा रहा हैं.

ठसका गांव में लगे कूड़े के ऊंचे ढेर

वहीं डंपिंग स्टेशन पर कूड़ा डालने के लिए स्थान नहीं बचा है, इसलिए सफाई कर्मचारी डंपिंग स्टेशन के बाहर रस्ते पर कूड़ा डालने लग गए हैं. एनजीटी ने नगर परिषद को डंपिंग स्टेशन पर इकट्ठा हुए कूड़े के निस्तारण करने के निर्देश दिए थे. एनजीटी के आदेश के अनुसार नगर परिषद ने कचरे को अलग-अलग करने के लिए उसका निस्तारण किए जाने की योजना बनाई थी, लेकिन आवेदन नहीं आने पर दोबारा से आवेदन मांगे गए हैं

ठसका गांव के ग्रामीणों ने बताया कि वो लोग डंपिंग स्टेशन पर लगे कूड़े के ढेर को लेकर कई बार अधिकारियों से बात कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी हैं की सोए बैठे हैं. ग्रामीणों का आरोप है डंपिंग स्टेशन की दीवार की ऊंचाई 5 फीट है, जबकि कूड़े के ढेर 30 से 40 फीट ऊंचे हो गए हैं.

ये भी पढ़िए: फरीदाबाद में बोले सीएम खट्टर, 'रेप के दोषी का होगा सामाजिक बहिष्कार'

वहीं गोहाना नगर परिषद के ईओ राजेश वर्मा ने कहा कि पहले कंपनी को ठसका में बना गए टंपिंग स्टेशन के इकट्ठा कचरे को निस्तारण करने के लिए टेंडर लिए गए थे, लेकिन अब दोबारा से टेंडर लिए गए हैं. फरवरी तक डंपिंग स्टेशन से कूड़े को हटा दिया जाएगा.

सोनीपत: गोहाना के ठसका गांव में बनाए गए डंपिंग स्टेशन पर कूड़े का ढेर लगा है. कूड़े का निस्तारण करने के लिए डॉकिंग स्टेशन को खाली करने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों ने दोबारा टेंडर लगाया है. जिसका टेंडर फरवरी के महीने में खुलेगा.

डंपिंग स्टेशन पर करीब 42000 मेट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ है. एजेंसी को 1 साल में कूड़े का उठान करना होगा. शहर में घरों से निकलने वाले कूड़े को फस्का डंपिंग स्टेशन पर एकत्रित किया जाता है. लंबे समय से कूड़े को एकत्र किए जाने के कारण डपिंग स्टेशन पर कूड़े के ढेर पहाड़ के रूप में तब्दील होते जा रहा हैं.

ठसका गांव में लगे कूड़े के ऊंचे ढेर

वहीं डंपिंग स्टेशन पर कूड़ा डालने के लिए स्थान नहीं बचा है, इसलिए सफाई कर्मचारी डंपिंग स्टेशन के बाहर रस्ते पर कूड़ा डालने लग गए हैं. एनजीटी ने नगर परिषद को डंपिंग स्टेशन पर इकट्ठा हुए कूड़े के निस्तारण करने के निर्देश दिए थे. एनजीटी के आदेश के अनुसार नगर परिषद ने कचरे को अलग-अलग करने के लिए उसका निस्तारण किए जाने की योजना बनाई थी, लेकिन आवेदन नहीं आने पर दोबारा से आवेदन मांगे गए हैं

ठसका गांव के ग्रामीणों ने बताया कि वो लोग डंपिंग स्टेशन पर लगे कूड़े के ढेर को लेकर कई बार अधिकारियों से बात कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी हैं की सोए बैठे हैं. ग्रामीणों का आरोप है डंपिंग स्टेशन की दीवार की ऊंचाई 5 फीट है, जबकि कूड़े के ढेर 30 से 40 फीट ऊंचे हो गए हैं.

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वहीं गोहाना नगर परिषद के ईओ राजेश वर्मा ने कहा कि पहले कंपनी को ठसका में बना गए टंपिंग स्टेशन के इकट्ठा कचरे को निस्तारण करने के लिए टेंडर लिए गए थे, लेकिन अब दोबारा से टेंडर लिए गए हैं. फरवरी तक डंपिंग स्टेशन से कूड़े को हटा दिया जाएगा.

Intro:कचरा निस्तारण के लिए नगर परिषद को नहीं मिल रही एजेंसियां गांव में बीमारी फैलने का डर


Body:गोहाना ठसका गांव में बनाए गए डोपिंग स्टेशन पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है कूड़े का निस्तारण करने के लिए डॉकिंग स्टेशन को खाली करने के लिए नगर परिषद ने दिन से नहीं मिल रही नगर परिषद अधिकारियों ने फिर से टेंडर लगाया है और फरवरी के माह में टेंडर खुलेगा डोपिंग स्टेशन पर करीब 42000 मेट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ है एजेंसी को 1 साल में कूड़े का उठान करना होगा शहर में घरों से निकलने वाले कूड़े को फस्का डॉकिंग स्टेशन पर एकत्रित किया जाता है लंबे समय से कूड़े का एकत्र किए जाने के कारण डोपिंग स्टेशन पर कूड़े के ढेर के पहाड़ के रूप में तब्दील होता जा रहा है वहीं डॉकिंग स्टेशन पर कूड़ा डालने के लिए स्थान नहीं बचा है इसलिए सफाई कर्मचारि डॉकिंग स्टेशन के बाहर रस्ते पर कूड़ा डालने लग गए हैं एनजीटी ने नगर परिषद को टॉपिक स्टेशन पर इकट्ठा हुए कूड़े को निशांत रन करने के लिए निर्देश दिए थे एनजीटी के आदेश के अनुसार नगर पुलिस ने कचरे को अलग-अलग करने के लिए उसका निशान तृण किए जाने की योजना बनाई थी आज उसी को कार्य लाट करने के लिए आवेदन भी मांगे थे लेकिन एजेंसी ने आवेदन ही नहीं किया जिसके चलते अब दोबारा से आवेदन मांगे गए हैं


Conclusion:ठसका गांव ग्रामीणों ने डोपिंग स्टेशन पर एक तख्त कचरे को लेकर उठाने की कई बार तो नगर परिषद के अधिकारियों पर से मिल चुके हैं ग्रामीणों का आरोप है डॉकिंग स्टेशन की दीवार की ऊंचाई के करीब 5 फीट तक है जबकि कूड़े के ढेर 30 से 40 फीट ऊंचा लंबा लग चुका है जैसे ही तेज हवा चलती है डॉकिंग स्टेशन का कचरा खेतों में हो जाता है इसे ग्रामीणों को परेशानी होती है वही गांव की तरफ हवा चलने पर कचरे की दुर्गंध गांव तक हो जाती है यदि नगर परिषद द्वारा कचरे का नियमित समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण बीमार हो जाएंगे इसका नियमित समाधान करें नगर परिषद



गोहाना नगर परिषद के ईओ राजेश वर्मा ने कहा पहले कंपनी को ठसका में बना गए टॉपिंग स्टेशन के इकट्ठा कचरे को निस्तारण करने के लिए टेंडर

किया था इसमें एक तरफ तो खाद बनता दूसरी तरफ पलोथिन को अलग किया जाना था लेकिन कंपनी ने काम करने से पहले ही सरेंडर कर दिया अब सोनीपत जिला उपायुक्त के आदेश के बाद दोबारा से टेंडर लगाया है जोकि 13 फरवरी में खुलेगा उसके बाद ही ठसका गांव में बने डोपिंग स्टेशन पर कूड़े का समाधान हो पाएगा

बाइट राजेश वर्मा को नगर परिषद गोहाना
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