सोनीपत: गोहाना के ठसका गांव में बनाए गए डंपिंग स्टेशन पर कूड़े का ढेर लगा है. कूड़े का निस्तारण करने के लिए डॉकिंग स्टेशन को खाली करने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों ने दोबारा टेंडर लगाया है. जिसका टेंडर फरवरी के महीने में खुलेगा.
डंपिंग स्टेशन पर करीब 42000 मेट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ है. एजेंसी को 1 साल में कूड़े का उठान करना होगा. शहर में घरों से निकलने वाले कूड़े को फस्का डंपिंग स्टेशन पर एकत्रित किया जाता है. लंबे समय से कूड़े को एकत्र किए जाने के कारण डपिंग स्टेशन पर कूड़े के ढेर पहाड़ के रूप में तब्दील होते जा रहा हैं.
वहीं डंपिंग स्टेशन पर कूड़ा डालने के लिए स्थान नहीं बचा है, इसलिए सफाई कर्मचारी डंपिंग स्टेशन के बाहर रस्ते पर कूड़ा डालने लग गए हैं. एनजीटी ने नगर परिषद को डंपिंग स्टेशन पर इकट्ठा हुए कूड़े के निस्तारण करने के निर्देश दिए थे. एनजीटी के आदेश के अनुसार नगर परिषद ने कचरे को अलग-अलग करने के लिए उसका निस्तारण किए जाने की योजना बनाई थी, लेकिन आवेदन नहीं आने पर दोबारा से आवेदन मांगे गए हैं
ठसका गांव के ग्रामीणों ने बताया कि वो लोग डंपिंग स्टेशन पर लगे कूड़े के ढेर को लेकर कई बार अधिकारियों से बात कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी हैं की सोए बैठे हैं. ग्रामीणों का आरोप है डंपिंग स्टेशन की दीवार की ऊंचाई 5 फीट है, जबकि कूड़े के ढेर 30 से 40 फीट ऊंचे हो गए हैं.
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वहीं गोहाना नगर परिषद के ईओ राजेश वर्मा ने कहा कि पहले कंपनी को ठसका में बना गए टंपिंग स्टेशन के इकट्ठा कचरे को निस्तारण करने के लिए टेंडर लिए गए थे, लेकिन अब दोबारा से टेंडर लिए गए हैं. फरवरी तक डंपिंग स्टेशन से कूड़े को हटा दिया जाएगा.