सोनीपत: देश में एक तरफ कोरोना वायरस ग्रामीण क्षेत्र में तांडव मचा रहा है तो दूसरी तरफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. हरियाणा सरकार का मानना है कि रोजाना बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मामले किसान आँदोलन की वजह से भी बढ़ रहे हैं, क्योंकि सोनीपत कुंडली बॉर्डर के आस पास स्तिथ कई गांव कोरोना की चपेट में है और सोनीपत के जिला स्वास्थ्य अधिकारी भी अब किसान आंदोलन को जिम्मेवार बता रहे हैं.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में कोरोना काल में भी चालू रहेंगी कृषि संबंधी ये गतिविधियां, आदेश जारी
दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को करीब 6 महीने का समय हो चुका है और इसी बीच कोरोना वायरस ने एक बार फिर दिल्ली एनसीआर में तांडव मचाया और अब की बार ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस का कहर देखने को मिल रहा है. जहां एक तरफ सरकार किसानों के आंदोलन को बढ़ते कोरोना की वजह मान रही है तो किसानों ने भी अब सरकार पर निशाना साधा है. किसान नेताओं का कहना है कि सरकार हमारे आंदोलन को तोड़ना चाहती है इसलिए अब जानबूझकर ये कोरोना का रास्ता अपना रही है.
बता दें कि पंजाब के पटियाला का रहने वाला बलवीर नाम का एक किसान पिछले कई दिनों से कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल था. लेकिन उस की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई जिसके बाद पुलिस उसके शव को लेकर गुरुवार देर रात सोनीपत के सामान्य अस्पताल में पहुंची.
ये भी पढ़ें: ग्रामीणों द्वारा लॉकडाउन का विरोध करने पर अशोक अरोड़ा ने दिया बड़ा बयान
लेकिन उस समय सोनीपत के सामान्य अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल मच गया जब पटियाला के रहने वाले मृतक किसान बलवीर सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, वहीं अस्पताल पहुंचे किसान नेता जगजीत सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के इस आंदोलन को बदनाम करना चाहती है, इसलिए किसान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव लाई गई है.
उन्होंने कहा कि अभी तक हमारे 400 किसानों की शहादत इस आंदोलन में हो चुकी है लेकिन किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है ये सरकार की चाल है कि किसी तरह इस आंदोलन को बदनाम किया जाए और गांव में दहशत का माहौल बनाए जाए की किसानों की वजह से ग्रामीण इलाकों में कोरोना फैल रहा है. किसान नेता ने कहा कि वो सरकार की इस चाल को कामयाब नहीं होने देंगे.
ये भी पढ़ें: हरियाणा की इस ताई ने अपनों को छोड़ गौशाला को दान कर दी डेढ़ करोड़ की संपत्ति, जानिए क्यों
वहीं सोनीपत के सीएमओ जेएस पुनिया ने का कहना है कि कुंडली बॉर्डर पर बैठे किसान कोरोना सेम्पलिंग के लिए नहीं मान रहे थे तो अब वहां पर वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया है और अभी तक करीब 2 हजार किसानों को वैक्सीन लग चुकी है. सीएमओ का कहना था कि भीड़ वाले इलाकों में कोरोना के मामले बढ़ना लाजमी है.