चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कोरोना संकट से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में कोरोना वायरस के कारण पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए हमें और मेहनत की जरूरत है.
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के नोडल अधिकारियों, मेडिकल कॉलेज के निदेशकों, सभी जिला सिविल सर्जनों और प्रधान मेडिकल अधिकारियों के साथ कोविड-19 के प्रबंधन की समीक्षा की.
केशनी आनंद अरोड़ा ने बताया कि मरीजों को सही समय पर आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके, इसके लिए सिविल सर्जन एक जिला कंट्रोल केंद्र स्थापित करें, ताकि समय पर लोगों का इलाज किया जा सके और मरीजों को किसी प्रकार का इंतजार न करना पड़े.
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने अधिकारियों को दिए खास निर्देश
- सभी जिलों में एंबुलेंस सेवा को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए.
- सभी जिलों की मल्टी डिसीप्लीनरी टीमें हर रोज कोरोना से निपटने की रणनीति पर चर्चा करें.
- सभी सरकारी और गैर-सरकारी मेडिकल कॉलेज में कंट्रोल रूम स्थापित हों.
- कोविड-19 के प्रबंधन के लिए टेस्टिंग सुविधा बढ़ाई जाए.
- कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करें.
- होम आइसोलेशन वाले मरीजों की स्थिति पर भी नजर रखी जानी चाहिए.
- कोरोना वायरस से ठीक हो चुके लोगों का पोस्ट कोरोना फॉलोअप भी हो.
- 72 घंटे पहले टेस्टिंग करवाने वालों के लिए अलग-अलग क्लैक्शन सेंटरों की व्यवस्था की जाए.
उन्होंने चरखी दादरी, कैथल, जींद, फतेहाबाद और पलवल जिलों के अधिकारियों को परीक्षण संग्रहण केंद्र बढाने और आरटी-पीसीआर परीक्षण पर अधिक ध्यान देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर परीक्षण की पूरी क्षमता का उपयोग करने के बाद, रैपिड एंटीजन परीक्षण किट द्वारा परीक्षण को पूरक बनाया जा सकता है.
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