सोनीपत: तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान आंदोलन के मजबूत करने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत हरियाणा में महापंचायत कर रहे हैं. इस बीच किसान नेता गुरनाम चढूनी का बयान सामने आया है. पंजाब और हरियाणा में हो रही पंचायतों पर गुरनाम सिंह ने कहा कि हरियाणा और पंजाब में पंचायतों का आयोजन नहीं किया जाए.
'हरियाणा-पंजाब में पंचायतों की जरूरत नहीं'
गुरनाम चढूनी ने पंजाब-हरियाणा की जनता से पंचायतें ना करने की अपील की. उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब के किसान धरनों पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि पंजाब-हरियाणा में नहीं बल्कि बाकी राज्यों में पंचायतें रखने की जरूरत है. इसके आगे चढूनी ने कहा कि किसान, दलित और मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा साथ लेकर चलें, क्योंकि ये सभी वर्गों का आंदोलन है.
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चढूनी की इस अपील की वजह क्या?
इस अपील के पीछे की वजह हरियाणा में राकेश टिकैत के बढ़ते जनाधार को माना जा रहा है, क्योंकि राकेश टिकैत लगातार हरियाणा में किसान महापंचायत कर रहे हैं. खबर है कि इसकी वजह से गुरनाम चढूनी का जनाधार हरियाणा में घर रहा है. खबर ये भी सामने आ रही है कि दोनों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है. शायद इसी वजह से गुरनाम चढूनी ने हरियाणा के किसानों से महापंचायत ना करने की अपील की है.