सोनीपतः कोरोना वायरस को लेकर भारत में लॉकडाउन है. अब इसकी चपेट में किसान वर्ग भी आ चुका है. सब्जी मंडी की सब्जी की फसल लेकर पहुंच रहे किसान का सब्जी का भाव नहीं मिल रहा. किसान कई बार तो फसल अपनी वापस ले जाने को भी तो मजबूर है या सस्ते भाव में बेचने को मजबूर हो रहे हैं.
1 रुपये गांठ पर पालक
गोहाना के अलुहाना गांव के किसान ने अपनी 1 एकड़ की खेती में टिंडे की खेती करी थी. जिसमें 20 हजार की लागत आई थी, लेकिन मंडी में भाव नहीं मिल रहे. टिंडे के 10 कैरेटो के भाव 12 सौ रुपए से लेकर 14 सौ रुपए तक ही बिक रही है. जिससे किसान को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं दूसरे किसान पालक लेकर सब्जी मंडी पहुंच रहे हैं तो 1 रूपये पर गांठ के हिसाब से मंडी में उनकी खरीद हो रही है.
टिडों में भी काफी नुकसान
गोहाना के सब्जी किसान कृष्ण का कहना है मैंने अपने खेत में 1 एकड़ में टिंडे की खेती करी थी. जिसमें 20 हजार की लागत आई थी, लेकिन अब सब्जी मंडी में इसके भाव नहीं मिल रहे हैं. 10 कैरेट के भाव 12 सौ रुपये से लेकर 14सौ रुपये ही मिल रहे हैं जो कि अबकी बार बहुत ही कम है. उन्होंने कहा कि टिंडे की खेती में अबकी बार काफी नुकसान उठाना पड़ेगा.
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पालक के दाम भी गिरे
वहीं पालक लेकर मंडी पहुंच रहे हैं किसानों का कहना कि पालक के भाव इन दिनों ज्यादा होने चाहिए लेकिन अबकी बार एक रुपए के हिसाब से ही जुत्थी का दाम मिल रहा है. उनका कहना है कि बाजार में 10 रूपये प्रति जुत्थी के हिसाब से बेचा जा रहा है. ऐसे में अबकी बार पालक की खेती में भी काफी नुकसान उठाना पड़ेगा.