सोनीपतः महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां में गायनी विभाग को गर्भवती महिलाओं को रेफर करते समय ठोस कारण बताना होगा. संस्थान के कार्यकारी डायरेक्टर ने गायनी विभाग के संबंध में ये निर्देश जारी किए हैं. कॉलेज प्रशासन ने विभाग को रेफर के आंकड़ों को कम करने के लिए स्टाफ को भी बढ़ाया है. ताकि मरीजों को रेफर ना किया जाए.
मेडिकल सुविधाओं की कमी होने के का हवाला देकर मरीजों को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया जाता है. इनमें गर्भवती महिलाओं का आंकड़ा भी बढ़ रहा था. इसलिए शिकायतें डायरेक्टर के संज्ञान में आई तो उसने गायनी विभाग अध्यक्ष को गर्भवती महिला को रेफर नहीं किए जाने के निर्देश दिए हैं.
मेडिकल कॉलेज खानपुर कला के कार्यकारी डायरेक्टर डॉक्टर एपीएस बत्रा ने बताया कि अब गर्भवती महिलाओं को रेफर नहीं करने के निर्देश दिए हैं. गायनी विभाग को निर्देश दिए गए है कि यदि किसी गर्भवती महिला की हालत अधिक खराब हो, तो उस स्थिति में सीनियर डॉक्टर से बातचीत करके. उसको ठोस कारण लिखकर ही रेफर किया जाएगा. मेडिकल में डायरेक्टर और अन्य स्टाफ को भी बढ़ाया गया है. अगर बच्चा होने के बाद ज्यादा दिक्कत होती है तो उसे रेफर कर दिया जाएगा.
खानपुर महिला मेडिकल कॉलेज में सोनीपत, जींद और पानीपत जिले के सिविल अस्पताल से मरीजों को रेफर किया जाता है. उनको यहां से पीजीआई रोहतक के लिए रेफर किया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब देखने वाली बात यही रहेगी कि डॉक्टर कार्यकारी डायरेक्टर के निर्देशों की कितनी पालना करते हैं.
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