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रोहतक से पैदल उत्तराखंड निकले 10 मजदूर, गोहाना प्रशासन ने खिलाया खाना - गोहाना मजदूरों को खाना

करीब 10 प्रवासी मजदूर रोहतक से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के लिए पैदल निकले हैं. सोनीपत के गोहाना पहुंचने पर इन 10 मजदूरों को प्रशासन की ओर से रैन बसेरे में रुकवाया गया. जहां दमकल विभाग के अधिकारियों की ओर से उनके लिए ना सिर्फ खाने बल्कि सोने का भी प्रबंध किया गया.

labourers travelling uttrakhand from rohtak
गोहाना प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों को खिलाया खाना
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Published : Mar 27, 2020, 11:22 PM IST

सोनीपत: कोरोना वायरस से जहां एक तरफ पूरा देश जंग लड़ा रहा है. वहीं दूसरी तरफ कोरोना से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतें हो रही हैं. खाने-पीने का साधन नहीं होने की वजह से ये प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घर की ओर निकल रहे हैं.

रोहतक से पैदल उत्तराखंड निकले 10 मजदूर

ऐसे ही करीब 10 प्रवासी मजदूर रोहतक से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के लिए पैदल निकले हैं. सोनीपत के गोहाना पहुंचने पर इन 10 मजदूरों को प्रशासन की ओर से रैन बसेरे में रुकवाया गया. जहां दमकल विभाग के अधिकारियों की ओर से उनके लिए ना सिर्फ खाने बल्कि सोने का भी प्रबंध किया गया.

उत्तराखंड निवासी मजदूर रफीक ने रहा कि लॉकडाउन की वजह से काम बिल्कुल बंद हो चुके हैं और घर से बच्चों के लगातार फोन आ रहे हैं, इसीलिए वो रोहतक से सुबह उत्तराखंड के लिए पैदल ही चल पड़े. उन्होंने कहा कि गोहाना में उनके लिए प्रशासन की ओर से खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था की गई है.

वहीं दूसरे उत्तराखंड के मजदूर हनीफ ने कहा कि 22 मार्च से हरियाणा में काम बिल्कुल बंद हो चुका है. घरवाले लगातर उन्हें घर बुला रहे हैं, लेकिन साधन नहीं होने की वजह से वो पैदल ही निकल पड़े हैं.

ये भी पढ़िए: हरियाणा में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 19

गोहाना के दमकल विभाग के कर्मचारी सचिन ने कहा कि एसडीम के निर्देश अनुसार यहां पर रुकने के लिए 21 मजदूरों की व्यवस्था की गई है. जो भी प्रवासी मजदूर हैं, चाहे वो उत्तर प्रदेश से हो या फिर उत्तराखंड से, उनके रहने के लिए यहां प्रबंधन किया गया है.

सोनीपत: कोरोना वायरस से जहां एक तरफ पूरा देश जंग लड़ा रहा है. वहीं दूसरी तरफ कोरोना से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतें हो रही हैं. खाने-पीने का साधन नहीं होने की वजह से ये प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घर की ओर निकल रहे हैं.

रोहतक से पैदल उत्तराखंड निकले 10 मजदूर

ऐसे ही करीब 10 प्रवासी मजदूर रोहतक से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के लिए पैदल निकले हैं. सोनीपत के गोहाना पहुंचने पर इन 10 मजदूरों को प्रशासन की ओर से रैन बसेरे में रुकवाया गया. जहां दमकल विभाग के अधिकारियों की ओर से उनके लिए ना सिर्फ खाने बल्कि सोने का भी प्रबंध किया गया.

उत्तराखंड निवासी मजदूर रफीक ने रहा कि लॉकडाउन की वजह से काम बिल्कुल बंद हो चुके हैं और घर से बच्चों के लगातार फोन आ रहे हैं, इसीलिए वो रोहतक से सुबह उत्तराखंड के लिए पैदल ही चल पड़े. उन्होंने कहा कि गोहाना में उनके लिए प्रशासन की ओर से खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था की गई है.

वहीं दूसरे उत्तराखंड के मजदूर हनीफ ने कहा कि 22 मार्च से हरियाणा में काम बिल्कुल बंद हो चुका है. घरवाले लगातर उन्हें घर बुला रहे हैं, लेकिन साधन नहीं होने की वजह से वो पैदल ही निकल पड़े हैं.

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गोहाना के दमकल विभाग के कर्मचारी सचिन ने कहा कि एसडीम के निर्देश अनुसार यहां पर रुकने के लिए 21 मजदूरों की व्यवस्था की गई है. जो भी प्रवासी मजदूर हैं, चाहे वो उत्तर प्रदेश से हो या फिर उत्तराखंड से, उनके रहने के लिए यहां प्रबंधन किया गया है.

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