सोनीपत: गन्नौर शहर को अब डंपिग ग्राउंड से छुटकारा मिलेगा. कूड़े के पहाड़ से निजात दिलाने के लिए नगरपालिका ने 2 करोड़ 61 लाख 25 हजार रुपये का टेंडर लगाया है. टेंडर आवंटित होने के बाद ठेकेदार द्वारा लिगेसी वेस्ट से कंक्रीट, पॉलीथिन और मिट्टी को अलग कर कूड़े से अटे पड़े नगरपालिका के डंपिंग जोन को खाली किया जाएगा.
एनजीटी के आदेश पर काम शुरू
बता दें कि, शहर में बादशाही रोड पर टेलिफोन एक्सचेंज के निकट नगरपालिका ने अपनी 32 कनाल 8 मरला जमीन पर डंपिंग जोन बना रखा है. शहर से रोजाना 13 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है, जिसे उक्त जमीन पर डंप किया जाता है, लेकिन निस्तारण न होने की वजह से वहां कूड़े का पहाड़ बन गया है. इससे स्थानीय लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है.
ऐसे में एनजीटी के आदेश अनुसार इससे निजात पाने के लिए नगरपालिका ने 2 करोड़ 61 लाख 25 हजार रुपये का टेंडर आमंत्रित कर दिया है. टेंडर का आवंटन होने के बाद कचरे का निस्तारण हो सकेगा. नगरपालिका के सचिव प्रदीप खर्ब ने बताया कि ठेकेदार द्वारा मशीनों के माध्यम से पुराने कूड़े से प्लास्टिक, पॉलीथिन आदि ज्वलनशील पदार्थ को अलग करेगी.
इसके अलावा मिट्टी और कंक्रीट को भी अलग-अलग किया जा सकेगा. लिगेसी वेस्ट से निकलने वाले पदार्थों को अपनी सुविधा अनुसार इस्तेमाल करेगा. इस काम को 6 महीने के भीतर कर दिया जाएगा. नगरपालिका के अभियंता वीरेंद्र सिंह ने बताया कि नगरपालिका द्वारा डंपिंग जोन में सब्जी और फल मंडी से प्रतिदिन निकलने वाले सड़े गले फलों व सब्जियों को अलग कर जैविक खाद बनाने के लिए एरोबिक पिट बनाए जाएंगे.
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इससे सड़े गले फल और सब्जियां यहां वहां फैंकने से होने वाली गंदगी से बचा जा सकेगा. एरोबिक पिट बनाने के लिए नगरपालिका द्वारा 49 लाख रुपये का टेंडर लगाया गया है. टेंडर का आवंटन होने के बाद डंपिंग जोन पर एरोबिक पिट बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा.