सोनीपत: हरियाणा सरकार ने जो भी खेल नीति बनाई है वो आज तक खिलाड़ियों की पसंद की नहीं बनी. ये कहना है कि भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान प्रीतम सिवाच का. उन्गोंने कहा कि इस बार प्रदेश में खेल मंत्री हॉकी के प्लेयर रह चुके हैं. उन्हें उम्मीद है कि बजट और खेल नीति में जो भी बदलाव किए जाएंगे वो खिलाड़ियों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे.
पूर्व हॉकी कप्तान प्रीतम सिवाच ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि खेल नीति में जो भी बदलाव लाए जाएं वो खिलाड़ियों के लिए जमीनी स्तर में हो, जिनमें खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल, डाइट और एजुकेशन पर खासतौर पर ध्यान दिया गया हो.
बजट पर सिवाच की प्रतिक्रिया
इसके साथ ही सिवाच ने कहा कि जिस तरह की एकेडमी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में है. उस तरह की अकेडमियां हरियाणा में भी होनी चाहिए. वहीं बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रीतम सिवाच ने कहा कि खेल मंत्री संदीप सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वो खेलों के लिए काफी अच्छा प्रावधान बजट में लेकर आएंगे. हालांकि प्रीतम सिवाच ने कहा कि ये तो बजट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि बजट के पिटारे से खिलाड़ियों के लिए क्या निकल कर आएगा.
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प्रीतम सिवाच ने कहा कि बजट और खेल नीति में जो भी प्रावधान लाए जाएंगे वो खिलाड़ियों की उम्मीदों पर भले ही पूरी तरह से खरा ना उतरें, लेकिन खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स हॉस्टल, खेलने की सुविधा और शिक्षा, ये तीनों एक ही जगह पर खिलाड़ियों को मुहैया करवाई जाएं ताकि खिलाड़ी अपनी प्रतिभाओं को अधिक से अधिक निखार सकें.