सोनीपत: कृषि कानून के विरोध में रविवार को 67वें दिन दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी रहा. इस बीच किसानों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा. रविवार को सोनीपत जिले के कोहला गांव के बुजुर्ग किसान की मौत हो गई.
पुलिस और साथी किसानों की माने तो बुजुर्ग की मौत ठंड लगने की वजह से हुई है. पुलिस ने बुजुर्ग के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है.
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मरने वाले किसान का नाम दिलबाग था. जो किसान आंदोलन में वॉलिंटियर के रूप में नियुक्त थे. रात भर वॉलिंटियर के तौर पर पहरेदारी करने के बाद सुबह वो टेंट में जाकर आराम करने लगे. सुबह जब उनके साथी उनके पास चाय लेकर पहुंचे तो दिलबाग उन्हें मृत मिले.