सोनीपत: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ तीन महीने से दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन जारी है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के एक बयान के बाद हरियाणा में किसान अपनी फसल बर्बाद करने लगे हैं. किसान अपनी खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला रहे हैं.
गुरुवार को सोनीपत के गांव सिलाना में एक किसान ने 5 एकड़ गेहूं की लहलहाती फसल पर किसानों ने ट्रैक्टर चला दिया. किसान का कहना है कि वो इस कृषि कानून से बहुत दुखी है. वो किसान आंदोलन के समर्थन में कुछ भी कर सकते हैं और अपने नेता राकेश टिकैत के कहने पर अपनी पूरी फसल बर्बाद कर सरकार के खिलाफ विरोध जताना चाहते हैं.
बता दें कि, किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर जरूरत पड़ी, तो आपको अपनी एक फसल का बलिदान देने के लिए तैयार रहना चाहिए.
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हालांकि अब बार-बार राकेश टिकैत किसानों अपील कर रहे हैं कि किसान अपनी फसल को नष्ट ना करें, लेकिन किसान अब फसल को नष्ट करने पर तुले हुए हैं. बता दें कि हरियाणा, पश्चिमी यूपी और पंजाब में किसानों पर इस आंदोलन का काफी प्रभाव है. वहीं इस क्षेत्र को कृषि प्रधान क्षेत्र भी माना जाता है, ऐसे में किसान नेताओं के प्रभाव में आकर किसान फसलों को बर्बाद करने लगें, तो काफी खाद्यान की बर्बादी हो जाएगी और इसके काफी बुरे परिणाम सामने आ सकते हैं.
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