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सोनीपत: 22 घंटे तक तड़पने के बाद प्री-मैच्योर बच्ची ने तोड़ा दम, किसी ने नहीं ली सुध

सोनीपत के नर्सिंग होम में एक नवजात बच्ची 22 घंटे तक डस्टबिन में तड़पती रही. जिसका वीडियो युवक ने बना कर वायरल किया. जिसके बाद पुलिस कार्रवाई की बात कर रही है.

pre-mature baby girl in basket in sonipat
पाटिल नर्सिंग होम
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Published : May 28, 2020, 7:37 PM IST

सोनीपत: शहर के एक निजी अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नवजात 22 घंटे अस्पताल के डस्टबिन में तड़पती रही. सूचना मिलने पर पुलिस ने बच्ची को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां उसकी मौत हो गई.

क्या है मामला?

  • निजी अस्पताल में महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था.
  • प्री मैच्योर होने के कारण एक बच्चे की जन्म लेते ही मौत हो गई, जबकि दूसरी बच्ची जिंदा रही.
  • जिंदा बच्ची का वजन कम बताते हुए उसे डस्टबिन में डाल दिया गया.
  • एक युवक ने उसे तड़पते हुए देखकर वीडियो बनाई.
  • उसकी शिकायत के बाद पहुंची पुलिस ने भी ठोस कार्रवाई नहीं की.
  • 22 घंटे डस्टबिन में तड़पती रही बच्ची
  • 22 घंटे के बाद दोबारा पुलिस को शिकायत देने के बाद बच्ची को सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
  • जहां इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया.
    22 घंटे तक तड़पने के बाद प्री-मैच्योर बच्ची ने तोड़ा दम, किसी ने नहीं ली सुध

सोनीपत के निजी अस्पताल का मामला

शहर के एक निजी अस्पताल में सोमवार शाम करीब 7 बजे एक महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया था. जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई. परिजन उसका अंतिम संस्कार करने चले गए और बच्ची को अस्पताल में ही एक बास्केट में डालकर मरने के लिए छोड़ दिया गया. परिजन और डॉक्टर उसके मरने का इंतजार करने लगे. 22 घंटे बच्ची डस्टबिन में तड़पती रही. रात 10 बजे बच्ची के तड़पने की सूचना अस्पताल से कुछ लोगों ने पुलिस को दी.

रवि नाम के युवक ने सूचना देकर पुलिस को बुलाया और शिकायत दी. जिसके बाद मौके पर सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंची. जहां बताया गया कि 6 महीने की गर्भवती से ये बच्ची पैदा हुई है और उसका वजन 350 ग्राम है. उसको बचाया नहीं जा सकता है.

घटना का वीडियो वायरल

इस घटना का वीडियो वायरल होने पर मंगलवार सुबह पुलिस को फिर सूचित किया गया. पुलिस ने तब बच्ची को सामान्य अस्पताल की नर्सरी में भर्ती कराया. वहां मंगलवार शाम बच्ची की मौत हो गई. वहीं पाटिल नर्सिंग होम की संचालिका डॉ. देवयानी पाटिल ने सभी आरोपों को एक सिरे से नकार दिया और कहा कि ये उसके खिलाफ साजिश है.

क्या बोली पुलिस?

सिविल लाइन थाना प्रभारी दर्पण कुमार ने बताया कि उन्हें पाटिल नर्सिंग होम के खिलाफ शिकायत मिली है. जिसके बाद उन्होंने एक लिखित शिकायत सिविल सर्जन को दी है. जो भी रिपोर्ट डॉक्टरों के द्वारा दी जाएगी. उसी के आधार पर वो कार्रवाई करेंगे. सामान्य अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर आदर्श ने बताया है कि शिकायत के बाद एक बोर्ड का गठन कर दिया गया है. जल्द ही मामले में जांच पूरी कर ली जाएगी.

ये भी पढ़ें- गोहाना: नाबालिग लड़की की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, किया बड़ा खुलासा

सोनीपत: शहर के एक निजी अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नवजात 22 घंटे अस्पताल के डस्टबिन में तड़पती रही. सूचना मिलने पर पुलिस ने बच्ची को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां उसकी मौत हो गई.

क्या है मामला?

  • निजी अस्पताल में महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था.
  • प्री मैच्योर होने के कारण एक बच्चे की जन्म लेते ही मौत हो गई, जबकि दूसरी बच्ची जिंदा रही.
  • जिंदा बच्ची का वजन कम बताते हुए उसे डस्टबिन में डाल दिया गया.
  • एक युवक ने उसे तड़पते हुए देखकर वीडियो बनाई.
  • उसकी शिकायत के बाद पहुंची पुलिस ने भी ठोस कार्रवाई नहीं की.
  • 22 घंटे डस्टबिन में तड़पती रही बच्ची
  • 22 घंटे के बाद दोबारा पुलिस को शिकायत देने के बाद बच्ची को सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
  • जहां इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया.
    22 घंटे तक तड़पने के बाद प्री-मैच्योर बच्ची ने तोड़ा दम, किसी ने नहीं ली सुध

सोनीपत के निजी अस्पताल का मामला

शहर के एक निजी अस्पताल में सोमवार शाम करीब 7 बजे एक महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया था. जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई. परिजन उसका अंतिम संस्कार करने चले गए और बच्ची को अस्पताल में ही एक बास्केट में डालकर मरने के लिए छोड़ दिया गया. परिजन और डॉक्टर उसके मरने का इंतजार करने लगे. 22 घंटे बच्ची डस्टबिन में तड़पती रही. रात 10 बजे बच्ची के तड़पने की सूचना अस्पताल से कुछ लोगों ने पुलिस को दी.

रवि नाम के युवक ने सूचना देकर पुलिस को बुलाया और शिकायत दी. जिसके बाद मौके पर सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंची. जहां बताया गया कि 6 महीने की गर्भवती से ये बच्ची पैदा हुई है और उसका वजन 350 ग्राम है. उसको बचाया नहीं जा सकता है.

घटना का वीडियो वायरल

इस घटना का वीडियो वायरल होने पर मंगलवार सुबह पुलिस को फिर सूचित किया गया. पुलिस ने तब बच्ची को सामान्य अस्पताल की नर्सरी में भर्ती कराया. वहां मंगलवार शाम बच्ची की मौत हो गई. वहीं पाटिल नर्सिंग होम की संचालिका डॉ. देवयानी पाटिल ने सभी आरोपों को एक सिरे से नकार दिया और कहा कि ये उसके खिलाफ साजिश है.

क्या बोली पुलिस?

सिविल लाइन थाना प्रभारी दर्पण कुमार ने बताया कि उन्हें पाटिल नर्सिंग होम के खिलाफ शिकायत मिली है. जिसके बाद उन्होंने एक लिखित शिकायत सिविल सर्जन को दी है. जो भी रिपोर्ट डॉक्टरों के द्वारा दी जाएगी. उसी के आधार पर वो कार्रवाई करेंगे. सामान्य अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर आदर्श ने बताया है कि शिकायत के बाद एक बोर्ड का गठन कर दिया गया है. जल्द ही मामले में जांच पूरी कर ली जाएगी.

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