ETV Bharat / state

नए कृषि कानूनों को किसानों पर जबरदस्ती थोपा गया है: दीपेंद्र हुड्डा

author img

By

Published : Dec 11, 2020, 7:20 PM IST

खरखौदा पहुंचे दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों पर जबरदस्ती थोपे गए हैं. बीजेपी सरकार किसानों को बर्बाद करने में लगी हुई है. किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है उससे निंदनीय कुछ भी नहीं है.

deependra hooda
deependra hooda

सोनीपत: राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कृषि कानूनों और किसान आंदोलन पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कृषि कानून को लेकर किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है उससे निंदनीय कुछ भी नहीं है.

उन्होंने कहा कि आज किसान की हालत को देखते हुए सरकार को चाहिए कि वो तत्काल प्रभाव से किसानों से सकारात्मक बात करे. किसानों की हित की योजना को लाने का काम करे. उन्होंने कहा मेरा खुद का मानना ये है कि सरकार को तुरंत प्रभाव से किसानों से बात करते हुए ये सुनिश्चित करना चाहिए कि कृषि कानून में किसानों का हित सुरक्षित रहे.

ये भी पढे़ं- किसान आंदोलन पर कृषि मंत्री गंभीर, कहा- अभी भी बातचीत के लिए तैयार

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं. कांग्रेस कभी भी ऐसा कोई बिल लाने के बारे में विचार नहीं कर रही थी. यहां तक कि बीजेपी की भी पहले कार्यकाल में इस प्रकार का कोई कानून बनाने की योजना नहीं थी. भाजपा सरकार ने दूसरे कार्यकाल में इस कानून को अमलीजामा पहनाया है. जबकि ये संसदीय प्रणाली की पालना ना करते हुए जबरदस्ती थोपा गया कानून है.

उन्होंने कहा कि सैकड़ों एकड़ जमीन को हरियाणा में वेयर हाउस बनाने के लिए बड़े घरानों को दिया जा रहा है. इस कानून का असर हरियाणा में पंजाब के किसानों पर ही नहीं बल्कि पूरे देश के किसानों पर पड़ेगा.

सोनीपत: राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कृषि कानूनों और किसान आंदोलन पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कृषि कानून को लेकर किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है उससे निंदनीय कुछ भी नहीं है.

उन्होंने कहा कि आज किसान की हालत को देखते हुए सरकार को चाहिए कि वो तत्काल प्रभाव से किसानों से सकारात्मक बात करे. किसानों की हित की योजना को लाने का काम करे. उन्होंने कहा मेरा खुद का मानना ये है कि सरकार को तुरंत प्रभाव से किसानों से बात करते हुए ये सुनिश्चित करना चाहिए कि कृषि कानून में किसानों का हित सुरक्षित रहे.

ये भी पढे़ं- किसान आंदोलन पर कृषि मंत्री गंभीर, कहा- अभी भी बातचीत के लिए तैयार

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं. कांग्रेस कभी भी ऐसा कोई बिल लाने के बारे में विचार नहीं कर रही थी. यहां तक कि बीजेपी की भी पहले कार्यकाल में इस प्रकार का कोई कानून बनाने की योजना नहीं थी. भाजपा सरकार ने दूसरे कार्यकाल में इस कानून को अमलीजामा पहनाया है. जबकि ये संसदीय प्रणाली की पालना ना करते हुए जबरदस्ती थोपा गया कानून है.

उन्होंने कहा कि सैकड़ों एकड़ जमीन को हरियाणा में वेयर हाउस बनाने के लिए बड़े घरानों को दिया जा रहा है. इस कानून का असर हरियाणा में पंजाब के किसानों पर ही नहीं बल्कि पूरे देश के किसानों पर पड़ेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.