सोनीपत: खरखौदा में रविवार शाम आंधी और ओलावृष्टि की वजह से पशु डेयरी की दीवार गिर गई थी. जिसमें आधा दर्जन पशुओं समेत दो लोगों की मौत हो गई थी. सोमवार को रोहणा गांव में खरखौदा की एसडीएम श्वेता सुहाग और नायब तहसीलदार प्रेम प्रकाश की टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया.
इस दौरान एसडीएम ने कहा कि आंधी से पशु डेयरी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है, इसके निर्माण संबंधी जांच भी कराई है, जो नुकसान हुआ है, इसकी पूरी रिपोर्ट संबंधित विभाग से कराके जल्द सरकार को भेजी जाएगी, ताकि पीड़ित को आर्थिक मदद मिल सके.
रविवार को हुई थी बारिश के साथ ओलावृष्टि
रविवार की शाम को आंधी और तूफान से बचने के लिए गांव के ही नंबरदार जयप्रकाश, मोनू और बिहार के सहरशाह निवासी अमलेश मुखिया ने डेयरी में शरण ली थी, लेकिन तेज हवाओं के चलते डेयरी की दीवार भरभरा कर गिर गई. हादसे में जयप्रकाश और अमलेश की ईंटों के नीचे दबने से मौत हो गई, जबकि मोनू घायल हो गया.
आधा दर्जन पशु और दो शख्स की मौत
डायरी संचालक व डेयरी के काम करने वाले तीन लोग ट्रैक्टर के चक्कर में बाहर थे, जो इस हादसे से बच गए. जैसे ही गांव में डेयरी के गिरने की सूचना मिली तो खेतों में काम करने वाले किसान व ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर ईंटों को हटाया और उनके मलबे में दबे हुए लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल में पहुंचाया.
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ग्रामीणों ने ईंटों के नीचे दबे पशुओं को भी बाहर निकाला. इस हादसे में एक गाय समेत कई कटड़ों की मौत हो गई. जबकि कई भैंस बुरी तरह से घायल हैं. इसके साथ ही गांव खांडा के एक ईंट भट़्ठे पर काम करने वाले मजदूर की पांच वर्षीय बेटी भी घायल हो गई. आंधी की वजह से लोहे के टीन उड़कर ईंट भट्ठे पर काम कर रहे मजदूरों पर आ गिरी. जिससे सीता नाम की बच्ची की बाजू कट गई. उसके चेहरे और पैर पर भी गंभीर चोट आई हैं.