गोहाना: हरियाणा के गोहाना में (Rain And Hailstorm In Gohana) रविवार बारिश के साथ- साथ ओलावृष्टि भी हुई. बारिश और ओले गिरने की वजह से फसलों के नुकसान की संभावना है इस वजह से किसानों की चिंता बढ़ गई है. इसके अलावा अनाज मंडी में भी मौसम ने आढ़तियों और परचेज एजेंसी के अधिकारी भी काफी परेशान दिखाई दिए. रविवार को मंडी में जहां अधिकारियों ने उठान में तेजी लाई, वहीं आढ़तियों ने खुले में पड़े धान को तिरपाल से ढका.
क्षेत्र में सुबह ही बादल छाने के साथ ही तेज हवा भी चल रही थी, लेकिन दोपहर के समय बादल छंटने से धूप भी निकली, इसके बाद शाम करीब चार बजे अचानक से भी फिर घने बादल छा गए और तेज हवा भी चली. इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र के गांव सरगथल, कासंडा, कासंडी, दुभेटा समेत कई गांवों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई. इससे किसानों की फसलों में पानी भर गया. इसके अलावा गोहाना शहर क्षेत्र में भी हल्की बूंदाबांदी भी हुई.
इससे किसान काफी परेशान नजर आए. वहीं दूसरी तरफ अनाज मंडी में भी आढ़तियों ने जहां खुले में पड़े धान को तिरपाल से ढका, वहीं हैफेड के अधिकारियों ने उठान भी कराया. अधिकारियों के अनुसार अब तक अनाज मंडी में 1 लाख 45 हजार 921 क्विंटल पीआर धान की आवक हो चुकी है. इसमें से एजेंसियों ने 1 लाख 18 हजार 197 क्विंटल की खरीद की है. फिलहाल अनाज मंडी में 27 हजार 724 क्विंटल की खरीद बाकि है। इसमें से 80 फीसदी का उठान हो चुका है और 20 फीसदी बाकी है.
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कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि बारिश के बाद हुई ओलावृष्टि के दौरान कई गांव की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई. ऐसे में सरकार खराब फसलों की जल्द स्पेशल गिरदावरी करवा कर प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा दे, ताकि किसान आर्थिक तंगी से उभर सकें. उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से गांव कासंड़ा, कासड़ी, सरगथल के अलावा कई गांव की फसले पूरी तरह से नष्ट हो गई. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द किसानों को खराब फसलों का मुआवजा नहीं दिया तो वह बर्बाद हो जाएंगे.