सोनीपतः सोनपीत शहर में सफाई व्यवस्था बिल्कुल चरमरा (Sanitation system collapsed in Sonipat) गई है. जगह जगह शहर में कूड़े के ढेर लग गये हैं. शहर में फैल रही गंदगी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के सभी 20 पार्षद नगर निगम अधिकारियों व जेबीएम कंपनी के खिलाफ अनिश्चितकालीन (corporation councilor protest in sonipat) धरने पर बैठ गए. पार्षदों ने नगर निगम अधिकारियों व जेबीएम कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पार्षदों का आरोप है कि निगम के अधिकारी व जीबीएम कंपनी मिल कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं.
सोनीपत नगर निगम (Sonipat Municipal Corporation) के पार्षदों का कहना है कि जब से जेबीएम कंपनी को सफाई का ठेका मिला है, शहर में सफाई की बजाए गंदगी फैल रही है. इसलिए पार्षद जेबीएम कंपनी व निगम अधिकारियों के खिलाफ धरने पर बैठ गये और जमकर नारेबाजी की. धरना दे रहे पार्षदों ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है. उन्होंने आरोप लगाए कि जेबीएम कंपनी के कर्मचारी व निगम अधिकारी मिलकर शहर को गंदा करने में लगे हुए हैं.
पार्षदों का ये भी आरोप है कि अधिकारी और जेबीएम कंपनी के कर्मचारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक जेबीएम कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक उनका धरना जारी रहेगा. पार्षदों ने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था (garbage problem in Sonipat) के लिए लाखों रुपये का बजट है, लेकिन उसके बावजूद शहर में गंदगी फैल रही है. पार्षदों के धरने को लेकर नगर निगम के डीएमसी अपूर्व चौधरी ने बताया कि जिस कंपनी को सफाई का ठेका दे रखा है उसे ने काम में लापरवाही बरती है.
जिसके कारण शहर में सफाई व्यवस्था खराब हुई है. इसलिए नगर निगम ने जीबीएम (fine on GBM company in sonipat) पर लगभग सवा दो करोड़ का जुर्माना लगाया गया है. कंपनी के वाइस प्रेजिडेंट को कार्यालय में बुलाया गया है. उन्हें जल्द से जल्द शहर की सफाई व्यवस्था को ठीक करने के लिय कहा जाएगा. बहरहाल पार्षदों का धरना जारी है. उनका कहना है कि जब तक सफाई का काम शुरू नहीं होगा तबतक उनका धरना जारी रहेगा.
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