सोनीपत: गोहाना से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बता दें कि बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज ममता कोरोना वायरस को मात देकर अपने पिता के घर पहुंची. उसने बताया कि बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज में बेवजह लोगों को कोरोना संक्रमित मरीज बनाकर भर्ती किया जा रहा है. बता दें कि इसका खुलासा कोरोना को मात देकर घर लौटी ममता ने ईटीवी भारत के कैमरे पर किया.
उसका कहना है कि बीपीएस कोरोना वार्ड के हालात इतने खराब हैं कि पिछले 4 से 5 दिन डॉक्टर भी नहीं आए. वहीं ममता ने बताया कि अस्पताल में मरीजों के लिए खाने की व्यवस्था बिल्कुल खराब है. बता दें कि गोहाना का पहला कोविड-19 केस एक महिला थी. अब वो बिल्कुल स्वस्थ होकर देर रात बीपीएस महिला मेडिकल खानपुर से डिस्चार्ज होकर अपने घर पहुंची.
जिसके बाद गोहाना की वाल्मीकी कॉलोनी को सील कर दिया गया था. और ममता को कोरोना वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कर दिया गया था. वहीं अब ममता के बिल्कुल स्वस्थ हो जाने के बाद अपने पिता के घर बाल्मीकि कॉलोनी में पहुंची. जहां पूरे परिवार और कॉलोनी वालों ने ताली बजाकर ममता का स्वागत किया. बता दें कि ममता की शादी रोहतक में की हुई है. वो अपनी बेटी का इलाज कराने के लिए बीपीएस महिला मेडिकल खानपुर पहुंची थी. जहां कोरोना टेस्ट के दौरान वो कोरोना संक्रमित पाई गई थी.
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ममता ने बताया कि डॉक्टर किसी का भी कोरोना टेस्ट करके कोरोना पॉजिटिव बता देते हैं. और वार्ड में डाल देते हैं. ममता ने बताया कि वहां पर खाने की व्यवस्था भी बिल्कुल खराब है. उन्होंने बताया कि उपायुक्त के दौरा करने के बाद वहां कुछ हालातों में सुधार आया है. अब देखना होगा कि क्या महिला मेडिकल कॉलेज की जांच की जाती है या नहीं.