सोनीपत: हरियाणा के सिंघु बॉर्डर (Singhu border) पर शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी के नेताओं की बैठक (Core Committee meeting Samyukt Kisan Morcha) हुई. बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) को छोड़कर गुरनाम सिंह चढूनी, योगेंद्र यादव, दर्शनपाल सिंह, युद्धवीर सिंह मीटिंग में मौजूद रहे. आपको बता दें कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री की ओर से तीन कृषि कानून वापस (Three Farm Laws Repealed) लेने की घोषणा के बाद भी किसानों ने कहा था कि अभी आंदोलन चलता रहेगा और जब तक एमएसपी की मांग पूरी नहीं होती तब तक घर वापसी नहीं होगी.
बता दे कि शनिवार को किसानों की संयुक्त बैठक को स्थगित (Farmers Joint Meeting Postponed) कर दिया गया. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉक्टर दर्शनपाल ने जानकारी दी कि शनिवार को होने वाली किसान संगठनों की साझी बैठक रविवार तक के लिए टाल दी गई है.
जानकारी के मुताबिक सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक (Farmers Meeting at singhu Border) कर 29 नवंबर को दिल्ली कूच करने के फैसले पर विचार करेंगे. इसके साथ ही कानून वापस होने पर सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर से मोर्चा हटाने के मुद्दे पर भी विचार करेंगे. इस बैठक में सबसे अहम मुद्दा एमएसपी की मांग को लेकर आगे की रणनीति तैयार करना होगा.
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. उन्होंने कहा कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए. आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है. ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है. आज पूरे देश को यह बताने आया हूं कि तीन कृषि कानूनों का वापस लेने का फैसला (Farm Laws To Be Cancelled) किया है.
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