सोनीपत: जिले के नगर निगम सफाई ठेके ई टेंडर घोटाले और कई अन्य घोटालों को लेकर लगातार सामने आ रहे है. जिसके चलते मंगलवार को मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की एक टीम ने नगर निगम (CM flying raid in Sonipat) कार्यालय पहुंची और एनओसी, बिल्डिंग प्लान और प्रॉपर्टी टैक्स के रिकॉर्ड को अपने कब्जे में ले लिया. साथ ही अधिकारियों को अधूरे पड़े कार्यों को लेकर जवाब दाखिल करने के आदेश दिए.
सोनीपत नगर निगम सफाई ठेके ई टेंडर घोटाले और कई अन्य घोटालों को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. अधिकारी और कर्मचारी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति पर दाग लगाते हुए नजर आ रहे है. ऐसे में मंगलवार को मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की टीम सोनीपत नगर निगम कार्यालय (Sonipat Municipal Corporation) में पहुंची. जिसके बाद नगर निगम कार्यालय में खलबली मच गई, मुख्यमंत्री उड़न दस्ते टीम ने नगर निगम कमिश्नर धर्मेंद्र सिंह के कार्यालय का निरीक्षण किया और इसके बाद नगर निगम के कई विभागों के रिकार्ड्स को जब्त कर लिया. उड़न दस्ते की टीम की तरफ से अधिकारियों को अधूरे पड़े कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करने के दिशा निर्देश दिए.
सीएम फ्लाइंग के इंस्पेक्टर सतपाल सिंह ने बताया कि आज हमारी टीम सोनीपत नगर निगम के दफ्तर में पहुंची थी और यहां से एनओसी बिल्डिंग प्लान और प्रॉपर्टी टैक्स के रिकॉर्ड को जब्त किया है और अधिकारियों को अधूरे पड़े कार्यो को लेकर कारण बताओ नोटिस दिया दिया गया है. उन्होंने कहा कि आगे भी सीएम फ्लाइंग इस तरह की कार्रवाई करती रहेगी ताकि सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य किया जा सके. गौरतलब है कि वर्ष 2019 में पूजा कंसलटेंसी कंपनी को शहर के सेक्टरों की सफाई का ठेका दिया था. ठेके में दो फीसदी सर्विस चार्ज की शर्त रखी गई.
अब आरोप है कि करीब पांच महीने पहले कागजों में गड़बड़ी कर इसे 15 फीसदी कर दिया गया. इसके बाद नगर की सफाई ब्रांच, अकाउंट ब्रांच और उच्च अधिकारी इस ओर से आंख बंद कर एजेंसी को भुगतान करते रहे. मामला उठने के बाद जांच के नाम पर इसमें खानापूर्ति कर दी गई. यहां तक कि टेंडर साइट तक को हैक करने के आरोप शिकायतकर्ता ने लगाए है. अब सीएम तक मामले की शिकायत जाने के बाद जांच कर मुकदमा दर्ज करने क आदेश हुए थे. इस पर पुलिस ने कंपनी संचालक, तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी, सफाई शाखा सोनीपत पर मुकदमा दर्ज किया था. अब मामले में पुलिस ने जांच को तेज कर दिया है. पुलिस मामले में सुबूत जुटाने में लग गई है.
ये भी पढ़ें- जालना में 400 करोड़ का आवास घोटाला, बिल्डर गायब
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP