सोनीपत/गोहाना: सोनीपत शराब घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी जा सकती है. इसके संकेत बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने दिए हैं. जांगड़ा ने कहा कि हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने शराब घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने की संभावना जताई है.
गोहाना पहुंचे राज्यसभा सांसद रामचंद्र जागड़ा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि घोटाले पर गृह मंत्री अनिल विज ने काफी विश्लेषण किया है. उन्होंने संभावना भी व्यक्त की है कि इसमें जल्द ही सीबीआई की जांच कराई जा सकती है. इसके साथ ही जांगड़ा ने कहा कि सरकार की चक्की धीरे जरूर चलती है लेकिन बारिकी से काम करती है. अगर घोटाले में कोई अधिकारी या नेता शामिल है तो उसके खिलाफ एक्शन जरूर लिया जाएगा.
बता दें कि बीते दिनों ही एसईटी ने शराब घोटाले की 15-16 पन्नों की रिपोर्ट गृह विभाग को सौंपी है. मामले में गृह मंत्री अनिल विज ने भी गहनता से जांच का आश्वासन दिया है. इस रिपोर्ट पर कांग्रेस लगातार हमलावर रुख अपनाए हुए हैं. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि एसईटी की जांच महज दिखावा है.
ये भी पढ़िए: शराब घोटाले में SET की जांच रिपोर्ट दिखावा, नहीं हुई सही जांच- जगबीर मलिक
छुपाए गए बड़े चेहरे?
खरखौदा शराब घोटाला लॉकडाउन के दौरान सबसे बड़ा शराब घोटाला था. इसकी जांच करने के लिए गृहमंत्री अनिल विज की तरफ से एसईटी कमेटी का गठन कर जांच करने के आदेश दिए थे. माना जा रहा था कि शराब घोटाले में बड़े अधिकारी और नेताओं के नाम उजागर होंगे, लेकिन एसईटी जांच में आया कि इससे किसी नेता और बड़े अधिकारी का कोई लेना-देना नहीं है.
क्या है शराब घोटाला?
सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है. जिसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है.