सोनीपत: केंद्र सरकार 6 महीने के अंदर तीन बीजेपी शासित राज्यों के 4 मुख्यमंत्रियों को बदल (4 chief ministers resigned of 3 states) चुकी है. इसकी शुरूआत हुई उत्तराखंड से. बीजेपी ने मार्च में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह लोकसभा सदस्य तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना दिया था. जुलाई में मुख्यमंत्री बनाए जाने के चार महीने बाद ही तीरथ सिंह रावत को भी हटा दिया और दो बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी.
उत्तराखंड के बाद बीजेपी ने कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा को हटाकर बीएस बोम्मई को मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी. अब गुजरात में विधानसभा चुनाव से लगभग 15 महीने पहले राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनकी जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया. विजय रुपाणी पिछले छह महीनों में हटाए जाने वाले बीजेपी के चौथे मुख्यमंत्री बन गए हैं. इस बीच ये कयास तेज हो गए हैं कि किया अगला नंबर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का है?
क्या हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी बदला जाएगा? इस सवाल के जवाब में पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया (Ratan Lal Kataria BJP MP) ने कहा कि हरियाणा में अभी कोई बदलाव नहीं हो सकता. जो बदलाव होना था वो मेरे रूप में हो चुका है. अंबाला से सांसद रतनलाल कटारिया ने किसान आंदोलन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. रतन लाल कटारिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों को भड़का रही है. हमारी सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए आज भी तैयार है.
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क्यों लगाए जा रहे हरियाणा के सीएम के बदलने के कयास? जानकारों की मानें तो बरोदा उपचुनाव में बीजेपी की हार. इसके अलावा निकाय चुनाव में बीजेपी की सोनीपत और अंबाला में हार हुई. किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा बीजेपी बैकफुट पर नजर आई है. इसके अलावा मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृहमंत्री अनिल विज के बीच कई विवाद सामने आए हैं. दोनों के बीच का विवाद हाईकमान तक भी पहुंचा है. इन सभी वजहों से कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद अगला नंबर अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का हो.