सोनीपत: तीन कृषि कानूनों (Agricultural laws) के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. इसी कड़ी में शनिवार को कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा और ग्रामीणों ने एक बैठक की जिसमें किसान नेता दर्शनपाल ने शिरकत की. उन्होंने इस बैठक के दौरान स्थानीय लोगों से इस आंदोलन में ज्यादा से ज्यादा समर्थन देने की मांग की है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए दर्शनपाल ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार अब किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए अलग-अलग तरह के हथकंडे अपना रही है लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा सरकार को सफल नहीं होने देगी. दर्शनपाल ने बताया कि रविवार को किसान आंदोलन के विरोध में सोनीपत के ही गांव जाटी कलां में एक महापंचायत होने जा रही है.
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उससे पहले आज संयुक्त किसान मोर्चा ने स्थानीय लोगों, खाप पंचायतों के प्रधानों और युवाओं के साथ एक अहम बैठक की. उन्होंने कहा कि इस बैठक का मकसद ये है कि आंदोलन कर रहे किसानों और स्थानीय लोगों के बीच एक मजबूत रिश्ता बने, भरोसा का रिश्ता बने ताकि हम लोगों के बीच कोई गलतफैमी ना पैदा हो. उन्होंने कहा कि सद्भावना दिवस के तौर पर 27 जून को आंदोलन के मंच की कमान स्थानीय लोगों को सौंपी जाएगी ताकि वो किसान आंदोलन को अपना ही आंदोलन समझे.
वहीं राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा द्वारा किसान आंदोलन में वेश्यावृत्ति होने के आरोप का जवाब देते हुए दर्शनपाल ने कहा कि जब से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अमित शाह के साथ बैठक हुई है. उसके बाद इस तरह के आरोप किसान आंदोलन पर लगने शुरू हो चुके हैं और हम भी इसका मुकाबला करेंगे.
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वहीं टिकरी बॉर्डर पर हुई एक शख्स की मौत पर बोलते हुए दर्शनपाल ने कहा कि स्थानीय प्रशासन इस आत्महत्या को हत्या का रूप देना चाहता है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि जिस शख्स ने पेट्रोल छिड़कर आत्महत्या की है उसने एक वीडियो बनाकर ये भी कहा था कि वो गृह कलेश के चलते परेशान है इसलिए आत्महत्या कर रहा है, लेकिन सरकार किसान आंदोलन को बदनाम करना चाहती है.