सोमीपत: भारतीय किसान यूनियन ने सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कानूनों के विरोध में रविवार को राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार रविंद्र हुड्डा को ज्ञापन सौंपा. भाकियू नेताओं का कहना है कि तीनों कानून किसानों को बर्बाद करने वाले हैं. सरकार को ये कानून वापस लेने चाहिए.
यूनियन के जिला प्रधान रोहतास बैनिवाल ने कहा कि किसानों के लिए अब कृषि लाभकारी धंधा नहीं रह गया है. देश के किसानों से बिना बातचीत किए केंद्र सरकार ने तीन कानून बना दिए. सरकार के तानाशाहपूर्ण रवैये के खिलाफ देश के किसान सड़कों पर हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के किसान विरोधी रवैये से किसानों पर कर्ज बढ़ रहा है और वे आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि आज के समय किसी भी अनाज मंडी में एमएसपी पर सरकारी खरीद नहीं हो रही है यदि किसान विरोध करते हैं तो उन पर लाठियां बरसाई जाती हैं, यदि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता तो 29 अक्टूबर को अंबाला मौहड़ा अनाज मंडी में प्रदेश स्तरीय किसान महापंचायत होगी, जिसमें बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी. जिसके नफे-नुकसान की जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी.
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