सोनीपत: बरोदा उपचुनाव में सभी पार्टियों ने अपने कैंडिडेट उतार दिए हैं. जीत के लिए सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार भी तेज कर दिया है. अब चुनाव होने में सिर्फ 14 दिन का ही समय बचा हुआ है. बीजेपी-जेजेपी गठबंधन ने एक बार फिर से योगेश्वर दत्त को चुनावी मैदान में उतारा है. इस बीच पहलवान योगेश्वर दत्त की माता सुशीला देवी से ईटीवी भारत की टीम ने उपचुनाव को लेकर खास बातचीत की है.
मां के कहने पर राजनीति में आए योगेश्वर दत्त
पहलवान योगेश्वर दत्त की मां ने कहा कि दोबारा से गठबंधन की सरकार ने मेरे बेटे योगेश्वर दत्त को उम्मीदवार बनाया है. मैं सरकार का धन्यवाद करती हूं. उन्होंने कहा कि मैंने अपने बेटे योगेश्वर को शुरू में पॉलिटिक्स ज्वॉइन करने से मना किया था लेकिन वो राजनीति में सिर्फ इसलिए आया क्योंकि उसे बरोदा की जनता की सेवा करनी है.
'भारी मतों से जीतेगा मेरा बेटा'
योगेश्वर की मां ने कहा कि बरोदा की जनता की सेवा करनी है. इसलिए योगेश्वर राजनीति में आए हैं. उन्होंने कहा कि पिछली बार हल्के में मेरे बेटे की हार हो चुकी थी लेकिन इस बार फिर से उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है. अबकी बार भारी मतों से जीत होगी. जैसे दंगल में पिछला दांव लगाकर जीत दर्ज करते थे. ऐसे ही बरोदा विधानसभा में जनता योगेश्वर दत्त की जीत करवाएगी.
पूरे गांव के समर्थन की बात कही
योगेश्वर की मां ने इस बार अपने बेटे की जीत का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि इस बार उनका बेटा करीब 25 हजार वोटों से जीतेगा. मां ने ये भी बताया कि उनके बेटे को पूरे गांव का समर्थन प्राप्त है.
बता दें कि बरोदा उपचुनाव अब दिलचस्प मोड़ पर आ गया है. इस चुनावी मैदान में कांग्रेस ने इंदुराज नरवाल को उतारा है. दोनों तरफ से राजनीति बयानबाजी भी तेज हो गई है. तीन नवंबर को बरोदा में वोंटिग होनी है और चुनाव का परिणाम 10 नवंबर को आएगा.
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बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में यहां पर योगेश्वर दत्त ही बीजेपी के उम्मीदवार थे. वो इस चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे. उन्हें यहां 37,726 मत मिले थे. वहीं स्वर्गीय श्रीकृष्ण हुड्डा कांग्रेस की टिकट पर यहां से विधायक बने थे, जिन्हें 42,566 वोट हासिल हुए थे. इस बार बीजेपी यहां चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ रही है तो वहीं कांग्रेस बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है.