ETV Bharat / state

हिसार की 127 वर्ष पुरानी कटला रामलीला कमेटी का होगा चुनाव, पूर्व प्रधान ने एडहॉक कमेटी को सौंपा पूरा रिकॉर्ड - KATLA RAMLILA COMMITTEE ELECTION

Katla Ramlila Committee Election: हिसार में जल्द ही 127 साल पुरानी कटला रामलीला कमेटी का चुनाव होगा.

Katla Ramlila Committee Election
Katla Ramlila Committee Election (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 1, 2025, 12:57 PM IST

Updated : Feb 1, 2025, 1:27 PM IST

हिसार: 127 साल पुरानी कटला रामलीला कमेटी का चुनाव जल्द होने जा रहा है. शनिवार को कटला रामलीला कमेटी के पूर्व पदाधिकारियों ने तीन सदस्यीय एडहॉक कमेटी को पूरा रिकॉर्ड सौंपा. रामलीला कमेटी के पूर्व प्रधान सुरेंद्र लाहौरिया, पूर्व महामंत्री राजेश बंसल और पूर्व कोषाध्यक्ष रमेश लोहिया ने पूरा रिकॉर्ड एडहॉक कमेटी के हवाले किया.

जल्द होगा कटला रामलीला कमेटी का चुनाव: बता दें कि कटला रामलीला कमेटी का चुनाव तीन साल बाद होता है. अभी तक चुनाव हो जाना चाहिए था, लेकिन किन्हीं वजहों तक चुनाव नहीं हो सका है. इस बीच डिस्ट्रिक रजिस्ट्रार फर्म एंड सोसायटी को शिकायत मिली थी कि कटला रामलीला कमेटी की तरफ से अनियमितता बरती जा रही है. इस शिकायत पर रजिस्ट्रार गौरव शर्मा ने कटला रामलीला कमेटी के संदर्भ में तीन सदस्यीय एडहॉक कमेटी गठन किया था.

पूर्व प्रधान ने एडहॉक कमेटी को सौंपा रिकॉर्ड: एडहॉक कमेटी में अधिवक्ता कृष्ण खटाना, अधिवक्ता दीपक जैन और समाजसेवी सत्यपाल अग्रवाल को सदस्य बनाया गया है. इस कमेटी का कार्यकाल तीन महीने तक का होगा. तीन महीने के अंदर ये कमेटी अपने निर्देशन व देखरेख में कटला रामलीला की कार्यकारिणी का चुनाव करवाएगी.

हर तीन साल में होता है चुनाव: कटला रामलीला कमेटी के पूर्व प्रधान सुरेंद्र लाहौरिया ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार फर्म एंड सोसायटी हिसार के 29 जनवरी के आदेश की पालना करते हुए कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने कृष्ण खटाना, दीपक जैन व सत्यपाल अग्रवाल को कटला रामलीला के सभी बैंक एकाउंट्स व अन्य डॉक्यूमेंट सुपुर्द कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि कटला रामलीला की गरिमा को कायम रखते हुए कार्यकारिणी के सभी पूर्व पदाधिकारी एडहॉक कमेटी का पूरा सहयोग करेंगे.

127 साल पुराना है रामलीला कमेटी का इतिहास: सुरेंद्र लाहौरिया ने बताया कि कटला रामलीला का इतिहास 127 वर्ष पुराना है. उन्होंने कहा कि दशकों से कटला रामलीला श्रीराम की गाथाओं का प्रचार-प्रसार करने में अग्रणी भूमिका निभा रही है. वर्ष 1897 से शुरू हुई कटला रामलीला ने विभिन्न दौर देखे हैं. किसी समय लालटेन की रोशनी में रामलीला हुआ करती थी, लेकिन अब आधुनिक लाइट की सहायता से भव्य रामलीला का मंचन किया जाता है.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में प्रशासनिक फेरबदल, अंबाला के डीसी बदले गए, अन्य 7 अधिकारियों के भी तबादले - HARYANA IAS TRANSFER

हिसार: 127 साल पुरानी कटला रामलीला कमेटी का चुनाव जल्द होने जा रहा है. शनिवार को कटला रामलीला कमेटी के पूर्व पदाधिकारियों ने तीन सदस्यीय एडहॉक कमेटी को पूरा रिकॉर्ड सौंपा. रामलीला कमेटी के पूर्व प्रधान सुरेंद्र लाहौरिया, पूर्व महामंत्री राजेश बंसल और पूर्व कोषाध्यक्ष रमेश लोहिया ने पूरा रिकॉर्ड एडहॉक कमेटी के हवाले किया.

जल्द होगा कटला रामलीला कमेटी का चुनाव: बता दें कि कटला रामलीला कमेटी का चुनाव तीन साल बाद होता है. अभी तक चुनाव हो जाना चाहिए था, लेकिन किन्हीं वजहों तक चुनाव नहीं हो सका है. इस बीच डिस्ट्रिक रजिस्ट्रार फर्म एंड सोसायटी को शिकायत मिली थी कि कटला रामलीला कमेटी की तरफ से अनियमितता बरती जा रही है. इस शिकायत पर रजिस्ट्रार गौरव शर्मा ने कटला रामलीला कमेटी के संदर्भ में तीन सदस्यीय एडहॉक कमेटी गठन किया था.

पूर्व प्रधान ने एडहॉक कमेटी को सौंपा रिकॉर्ड: एडहॉक कमेटी में अधिवक्ता कृष्ण खटाना, अधिवक्ता दीपक जैन और समाजसेवी सत्यपाल अग्रवाल को सदस्य बनाया गया है. इस कमेटी का कार्यकाल तीन महीने तक का होगा. तीन महीने के अंदर ये कमेटी अपने निर्देशन व देखरेख में कटला रामलीला की कार्यकारिणी का चुनाव करवाएगी.

हर तीन साल में होता है चुनाव: कटला रामलीला कमेटी के पूर्व प्रधान सुरेंद्र लाहौरिया ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार फर्म एंड सोसायटी हिसार के 29 जनवरी के आदेश की पालना करते हुए कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने कृष्ण खटाना, दीपक जैन व सत्यपाल अग्रवाल को कटला रामलीला के सभी बैंक एकाउंट्स व अन्य डॉक्यूमेंट सुपुर्द कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि कटला रामलीला की गरिमा को कायम रखते हुए कार्यकारिणी के सभी पूर्व पदाधिकारी एडहॉक कमेटी का पूरा सहयोग करेंगे.

127 साल पुराना है रामलीला कमेटी का इतिहास: सुरेंद्र लाहौरिया ने बताया कि कटला रामलीला का इतिहास 127 वर्ष पुराना है. उन्होंने कहा कि दशकों से कटला रामलीला श्रीराम की गाथाओं का प्रचार-प्रसार करने में अग्रणी भूमिका निभा रही है. वर्ष 1897 से शुरू हुई कटला रामलीला ने विभिन्न दौर देखे हैं. किसी समय लालटेन की रोशनी में रामलीला हुआ करती थी, लेकिन अब आधुनिक लाइट की सहायता से भव्य रामलीला का मंचन किया जाता है.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में प्रशासनिक फेरबदल, अंबाला के डीसी बदले गए, अन्य 7 अधिकारियों के भी तबादले - HARYANA IAS TRANSFER

Last Updated : Feb 1, 2025, 1:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.