सोनीपत: बरोदा उप चुनाव नजदीक है और ऐसे में कभी किसान तो कभी आशा वर्कर्स मनोहर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले दिखाई दे रहे है. गोहाना में आशा वर्कर्स ने एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. आशा वर्कर्स का कहना है कि 2018 में सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया था जिसमें उनका मानदेय बढ़ाने की बात हुई थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है.
बरोदा उप चुनाव में सरकार को भुगतना पड़ेगा खामियाजा: आशा वर्कर्स
उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से लागू हुए लॉक डाउन में भी आशा वर्कर्स ने सरकार के कहने पर काम किया. लेकिन इसके बदले में कुछ दिन पहले करनाल में आशा वर्कर्स पर लाठीचार्ज किया गया.
विरोध प्रदर्श कर रही आशा वर्कर्स ने कहा कि सरकार के इस अत्याचार का जवाब हम आने वाले बरोदा उप चुनाव में देंगे. उन्होंने कहा कि हम लोगों को सरकार के झूठे वादों के बारे में बताएंगे और जनता को जगाने का काम करेंगे.
आशा वर्कर्स ने कहा कि सरकार द्वारा कि गई वादा खिलाफी के चलते आज हम विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर है और बरोदा विधानसभा उप चुनाव में बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगे नहीं मानती है आगे भी उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
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