सोनीपत: सिविल लाइन सोनीपत के सैनीपुरा में दो युवकों और उनके पिता को चाकुओं से गोद कर अधमरा कर दिया. हमले के बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उपचार के दौरान एक युवक की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि विवाद पटाखा छोड़ने को लेकर शुरू हुआ था. पुलिस ने मृतक के घायल पिता की शिकायत पर हत्या और जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
पीड़ित श्यामसिंह सैनी ने पुलिस को बताया कि वह सैनीपुरा मोहल्ले का रहने वाला है. उसके तीन लड़के हैं. बुधवार रात को छोटी दीवाली होने के चलते उनका बेटा सचिन घर के बाहर गली में पटाखा चला रहा था. पटाखा चलाने की आवाज सुनकर पड़ोसी मोहित उर्फ लीमा और उसका भाई जसवंत बाहर आए और झगड़ा करने लगे. इनके साथ दो अन्य युवक भी थे. श्यामसिंह ने बताया कि शोर सुनकर वह और उसका दूसरा लड़का सचिन भी बाहर आ गए. हमने मोहित और उसके साथियों को समझाने की कोशिश की. त्यौहार होने के चलते झगड़ा नहीं करने को समझाया, लेकिन वह समझने को तैयार नहीं हुए. इसी दौरान मोहित और उसका भाई मनीष अपने साथियों के साथ मिलकर आक्रामक हो गए. उन्होंने पकड़कर चाकू मारने शुरू कर दिया.
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चीख-पुकार होने पर आसपास के लोग मौके पर आए और उन्होंने बचाया. इस पर आरोपित जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए. आसपास के लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया और पुलिस को सूचना दी. अस्पताल में उपचार के दौरान घायल गौरव की मौत हो गई. वहीं गंभीर हालत में श्यामसिंह और सचिन को पीजीआइ रैफर कर दिया गया.
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पुलिस ने श्यामसिंह की शिकायत पर मोहित उर्फ लीमा और मनीष कुमार पुत्रगण जसवंत सिंह और इनके दो साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है. श्यामसिंह ने पुलिस को बताया कि गौरव और सचिन का एक महीना पहले भी किसी बात को लेकर मोहित से विवाद हुआ था. फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया है. पुलिस नामजद आरोपितों की तलाश कर रही है. वह घटना के बाद से फरार हैं.
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