सिरसा: गेहूं, सरसों की फसल की कटाई का सीजन शुरू हो चुका है. किसानों की फसल खेतों में पक गई है और कटाई के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन इस पक्की फसल की कटाई के लिए अभी तक किसान को ना तो मजदूर मिल रहे हैं ना ही मशीन मिल पाई है.
मजदूरों की कमी की वजह से किसानों की फसल खेतों में ही खड़ी है और उसकी गेहूं के फसल की कटाई अभी तक शुरू नहीं हुई है. वहीं सिरसा में सरसों की कटाई लगभग खत्म होने को है. सरकार द्वारा किसानों से 15 अप्रैल से सरसों और 20 अप्रेल से गेहूं की फसल की बिक्री को लेकर निर्देश भी जारी किए गए हैं, लेकिन फसलों की कटाई शुरू नहीं होने के कारण किसान अपनी फसल की बिक्री को लेकर काफी परेशान दिखाई दे रहे हैं.
किसानों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उनको न तो अपने खेत में गेहूं की कटाई करने के लिए कोई मजदूर मिल रहा है और न ही कोई कम्बाइन. उनकी फसल खेतों में ही खराब होने की स्थिति में आ गयी है. उनका कहना है कि अगर कुछ दिन और फसल की कटाई नही हुई तो उनकी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा.
किसानों ने ये भी कहा है कि अभी तक सरकार की तरफ से कोई प्रबंध नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से गेहूं और सरसों की फसल किस प्रकार से मंडी में लाकर उनकी फसल की बिक्री होगी, इस बारे में अभी तक कोई हिदायत नहीं दी गई है.
वहीं कृषि विभाग के उप निदेशक बाबू लाल ने कहा की सरसों की फसल लगभग कर चुकी है, उसमें कोई दिक्कत नहीं है. वहीं गेहूं के फसल की कटाई दो-तीन दिन में शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि सिरसा में गेहूं की फसल कटाई के लिए करीब 1000 कंबाइन उपलब्ध है, जबकि 200 से 250 कंबाइन दूसरे राज्य से आनी है. उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले कंबाइनओं को नाको पर ही सैनिटाइज किया जाएगा और उसके बाद उन्हें किसानों को सौंपा जाएगा.
भले ही कृषि विभाग के अधिकारी दांवे कर रहे हो कि सिरसा में फसल कटाई के लिए 1000 कंबाइन मौजूद है, लेकिन उन 1000 कंबाइन के होने के बावजूद भी किसानों की तैयार फसल खेतों में खड़ी है. उन्हें ना तो मजदूर मिल रहे हैं और ना ही कंबाइन मिल रही है.