सिरसा: 24 फरवरी से हरियाणा की पंचायतों का कार्यकाल खत्म हो चुका है. जिसके बाद ग्राम पंचायतों ने अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी है। अब सरंपच गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं करवा सकेगा. बीडीपीओ को गांवों के विकास का जिम्मा सौंपा गया है। अब सरपंच केवल जातिप्रमाण पत्र व रिहायशी प्रमाण पत्र प्रकिया में ही अपनी मोहर का प्रयोग कर सकेगे। हरियाणा सरकार ने पिछले दिनों संरपचों का दायरा खत्म कर बीडीपीओ को गांवों का जिम्मा सौंपा था। सिरसा खंड के बीडीपीओ अनिल कुमार बिश्नोई के पास बडागुढा बीडीपीओ का भी अतिरिक्त चार्ज है।
सिरसा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी अनिल कुमार बिश्नोई ने बताया कि 23 फरवरी की रात को ही पंचायतों का कार्यकाल खत्म हो गया था और 24 फरवरी तक पंचायतों का रिकार्ड बीडीपीओ कार्यालय में जमा करवाने को लेकर हरियाणा सरकार ने आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि सिरसा खंड व बडागुढा खंड उनके पास है और सिरसा खंड में 58 पंचायतें व बडागुढा खंड में 44 पंचायतें है. सभी पंचायतों ने अपने पांच साल के रिकार्ड को उनके कार्यालय में जमा करवा दिया है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी गांव में सरंपच कोई भी विकास कार्य नहीं करवा सकेंगा। किसी भी गांव में विकास कार्य की जरूरत होगी तो वे ही खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ही विकास कार्य करवाएंगा। उन्होंने कहा कि अब जाति प्रमाण पत्र व रिहायशी प्रमाण पत्र पर पूर्व सरपंच की मोहर लगा सकेंगे।
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