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सिरसा: लॉकडाउन के दौरान सहायता के लिए सामाजिक संस्थाओं ने बढ़ाए हाथ

सिरसा में लॉकडाउन के दौरान गरीब और प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे आ रही हैं. गरीब और प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन और रहने की व्यवस्था सामाजिक संस्था और प्रशासन की सहायता से की जा रही है. साथ ही जिला उपायुक्त ने सामाजिक संस्थाओं से अपील करते हुए कहा संस्था का नाम प्रशासन के पास जरूर रजिस्टर करवाएं.

Social organization helping poor and migrant laborers in Sirsa
सिरसा: लॉकडाउन के दौरान सहायता के लिए सामाजिक संस्थाओं ने बढ़ाए हाथ
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Published : Apr 1, 2020, 6:51 PM IST

सिरसा: लॉकडाउन के दौरान लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए अब सामाजिक संस्थाएं लोगों की सहायता के लिए आगे आ रहीं हैं. महामारी के इस दौर में लोगों को रोटी-रोजी का संकट गहराने लगा है. लॉकडाउन होने के कारण गरीब और प्रवासी मजदूरों को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे बढ़कर लोगों को भोजन करा रहीं हैं. साथ ही कुछ संस्थाएं लोगों के लिए रहने और दूसरी सुविधाओं का प्रबंध कर रहीं हैं.

वहीं सिरसा उपायुक्त ने सामाजिक संस्थाओं से अपील करते हुए कहा कि प्रशासन ने एक रिलीफ सेल बनाया है. जिसमें सामाजिक संस्था से जुड़े सदस्य अपनी संस्था का नाम रजिस्टर्ड करवा करवाएं. ताकि सामाजिक संस्थाओं की सेवाओं को जरूरत के समय लिया जा सके. उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल तक इस पर कार्य किया जाना है. उन्होंने कहा कि सभी संस्थाओं को एक एरिया अलॉट नहीं किया जा सकता. इसक लिए अपनी संस्था का नाम प्रशासन के पास जरूर रजिस्टर करवाएं.

उपायुक्त ने बताया कि सामाजिक संस्थाओं की सहयता से अभी अब तक 10 हजार परिवारों तक राशन पहुंचाने का काम किया गया है. उन्होने बताया कि इस संकट की घड़ी में भी कुछ लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहें हैं. राशन मिलने के बाद भी बार – बार राशन के लिए फोन कर रहें हैं. उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि महामारी के इस दौर में सरकार और प्रशासन का सहयोग करें. ताकि कोरोना को देश में फैलने से रोका जा सके.

ये भी पढ़ेंः हरियाणा में सैनिटाइजर पर छपे सीएम और डिप्टी सीएम के फोटो, विपक्ष हुआ हमलावर

उपायुक्त ने बताया कि सिरसा में प्रवासी मजदूरों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है. किसी भी प्रवासी मजदूर और बाहरी शख्स को सिरसा में आने और जाने नही दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि सिरसा के स्टेडियम में एक रिलीफ कैंप बनाया गया है. जिसमे अभी 53 मजदूर रह रहें हैं. जिनके लिए सभी तरह की व्यवस्था की गई है.आपदा के इस दौर में अगर कोई गरीब मजबूर शख्स वहां रहना चाहे तो रह सकता है.

सिरसा: लॉकडाउन के दौरान लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए अब सामाजिक संस्थाएं लोगों की सहायता के लिए आगे आ रहीं हैं. महामारी के इस दौर में लोगों को रोटी-रोजी का संकट गहराने लगा है. लॉकडाउन होने के कारण गरीब और प्रवासी मजदूरों को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे बढ़कर लोगों को भोजन करा रहीं हैं. साथ ही कुछ संस्थाएं लोगों के लिए रहने और दूसरी सुविधाओं का प्रबंध कर रहीं हैं.

वहीं सिरसा उपायुक्त ने सामाजिक संस्थाओं से अपील करते हुए कहा कि प्रशासन ने एक रिलीफ सेल बनाया है. जिसमें सामाजिक संस्था से जुड़े सदस्य अपनी संस्था का नाम रजिस्टर्ड करवा करवाएं. ताकि सामाजिक संस्थाओं की सेवाओं को जरूरत के समय लिया जा सके. उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल तक इस पर कार्य किया जाना है. उन्होंने कहा कि सभी संस्थाओं को एक एरिया अलॉट नहीं किया जा सकता. इसक लिए अपनी संस्था का नाम प्रशासन के पास जरूर रजिस्टर करवाएं.

उपायुक्त ने बताया कि सामाजिक संस्थाओं की सहयता से अभी अब तक 10 हजार परिवारों तक राशन पहुंचाने का काम किया गया है. उन्होने बताया कि इस संकट की घड़ी में भी कुछ लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहें हैं. राशन मिलने के बाद भी बार – बार राशन के लिए फोन कर रहें हैं. उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि महामारी के इस दौर में सरकार और प्रशासन का सहयोग करें. ताकि कोरोना को देश में फैलने से रोका जा सके.

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उपायुक्त ने बताया कि सिरसा में प्रवासी मजदूरों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है. किसी भी प्रवासी मजदूर और बाहरी शख्स को सिरसा में आने और जाने नही दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि सिरसा के स्टेडियम में एक रिलीफ कैंप बनाया गया है. जिसमे अभी 53 मजदूर रह रहें हैं. जिनके लिए सभी तरह की व्यवस्था की गई है.आपदा के इस दौर में अगर कोई गरीब मजबूर शख्स वहां रहना चाहे तो रह सकता है.

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