सिरसा: जिले के टाउन पार्क में कश्मीरी कौमी संघर्ष हिमायरी कमेटी पंजाब के आह्वान पर नौजवान भारत सभा की सिरसा इकाई ने रोष प्रदर्शन किया. नौजवान भारत सभा के नेताओं का कहना है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के एवज में किया जा रहा हर तरह का दमन बंद किया जाए.
अनुच्छेद 370 के खिलाफ प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि नवसृजित कानूनों को खत्म कर कश्मीर के लोगों को स्वयं निर्णय का हक दिया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने राजा हरी सिंह के भारतीय हुक्मरानों के साथ हुए समझौतों को रौंदकर कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छिन लिया गया है. उन्होंने कहा कि आमजन की एकजुटता ही कश्मीर में भारतीय हुकमरानों को पीछे छोड़ सकती है.
कश्मीरी कौमी संघर्ष हिमायती कमेटी पंजाब नेफैसला लिया है की चंडीगढ़ में 15 सितम्बर को एक विशाल धरना किया जाएगा साथ में गर्वनर और राष्ट्रपति के नाम मांग पत्र भी सौंपा जाएगा.
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बता दें कि जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ कैसा संबंध होगा, इसका मसौदा जम्मू-कश्मीर की सरकार ने ही तैयार किया था. जम्मू-कश्मीर की संविधान सभा ने 27 मई, 1949 को कुछ बदलाव सहित आर्टिकल 306ए (अब आर्टिकल 370) को स्वीकार कर लिया. फिर 17 अक्टूबर, 1949 को यह आर्टिकल भारतीय संविधान का हिस्सा बन गया. ध्यान रहे कि संविधान को 26 नवंबर, 1949 को अंगीकृत किया गया था.
भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान अनुच्छेद को खत्म करने का फैसला किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में इसका फैसला हुआ जिसका एलान गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में किया था.
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