सिरसा: हरियाणा में किसानों पर दर्ज देशद्रोह का मामले (Sirsa Farmers Sedition Case) में किसानों ने सिरसा में महापंचायत की. किसानों की महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट नजर आया. आसपास के सभी रास्तों को बन्द कर दिया गया. हुड्डा चौक को बेरिगेड्स लगाकर रोक दिया गया. इस दौरान सिरसा पुलिस ने एंबुलेंस (Sirsa police stop ambulance) को रोक दिया.
इस दौरान एक एम्बुलेंस बरनाला रोड से हुड्डा चौक की तरफ आ रही थी. जिसको पुलिस ने वापस जाने को कहा. इसके बाद किसानों ने पुलिस कर्मियों से बातचीत की. जिसके बाद एम्बुलेंस को बेरिकेड्स हटाकर निकला गया. किसान नेता लखविंदर सिंह ने इसके बाद पुलिस प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि वो इमरजेंसी सर्विस को जाने दें. आपतकालीन सेवाओं को नहीं रोका जाना चाहिए.
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दरअसल, 11 जुलाई को हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा (Deputy Speaker Ranbir Gangwa Car Attack) की गाड़ी पर हमला किया गया था. डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर उस वक्त हमला हुआ था जब वो हरियाणा के सिरसा जिले में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (Chaudhary Devi Lal University) में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे.
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आरोप है कि कार्यक्रम के बाद जब डिप्टी स्पीकर और अन्य बीजेपी नेता वापस लौट रहे थे तो किसानों ने उनका काफिला रोक दिया और पथराव शुरू कर दिया. आरोप है कि किसानों ने इस दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर भी पथराव किया. किसी तरह पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के काफिले को विरोध के बीच वहां निकला था. इस मामले में सिरसा पुलिस की ओर से दो नामजद और करीब 100 किसानों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.