सिरसा: किसानों ने सिरसा लघु सचिवालय के बाहर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. यहां पिछले 16 दिनों से किसानों का धरना चल रहा है. कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा सिरसा के किसानों की मांगें पूरी करने का आश्वासन देने के बावजूद किसानों का धरना बुधवार को 17वें दिन भी जारी रहा. किसानों ने कहा कि उन्हें हरियाणा सरकार के किसी मंत्री का आश्वासन नहीं चाहिए, उन्हें केवल मुआवजा चाहिए. किसानों ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती है, तो उनका आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.
जानकारी के अनुसार सिरसा में किसानों का धरना पिछले 16 दिनों से चल रहा है. किसानों ने सिरसा के लघु सचिवालय के बाहर अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. सर्दी में भी किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहे हैं. दरअसल, किसानों की मांगें लंबे समय से पेंडिंग चल रही हैं. किसानों का आरोप है कि इन्हें हरियाणा सरकार पूरा करने में आनाकानी कर रही है.
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किसानों की मुख्य मांग 2020 में खराब हुई खरीफ की फसल के 258 करोड़ रुपए के मुआवजे को लेकर है. इसके अलावा किसानों की दूसरी भी कई मांगें हैं, जो काफी समय से लंबित हैं. किसानों ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती है तो वे आने वाले दिनों में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को और तेज करेंगे.
किसान नेता प्रकाश सिंह ममेरा ने बताया कि 6 फरवरी को सिरसा के लघु सचिवालय के बाहर संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित अनेक किसान नेता पहुचेंगे. किसानों का दावा है कि इसके बाद उनका आंदोलन बड़े आंदोलन में तब्दील हो जाएगा. दो दिन पहले किसानों ने लघु सचिवालय सिरसा से चलकर सुभाष चौक तक अर्धनग्न प्रदर्शन किया था.
गौरतलब है कि पिछले दिनों हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भी किसानों को उनकी समस्याओं का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया था. इस बार किसान केवल आश्वासन पर अपनी सहमति नहीं जता रहे हैं. किसानों ने कहा कि उन्हें अब मांगें पूरी होने का इंतजार है, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.