सिरसा: तारूआना गांव में क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की. जहां से महिला (जीएनएम) सोमादेवी को अवैध गर्भपात के आरोप में पकड़ा है. छापेमारी डिप्टी सीएमओ डॉ बुधराम के नेतृत्व में की गई थी. मौके से गर्भपात में इस्तेमाल होने वाले औजार कब्जे में लिए हैं.
आरोपी सोमा देवी व सहयोगी लखविंद्र सिंह पर एमटीपी एक्ट के तहत केस दर्ज करवा दिया है. सिरसा स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ डॉ बुध राम ने बताया कि सीएमओ डॉ. कृष्ण कुमार को सूचना मिली थी कि गांव तारू आना में एक क्लीनिक पर अवैध रूप से गर्भपात कराया जाता है.
जिस पर संज्ञान लेते हुए सीएमओ ने पीएनडीटी सेल के नोडल अधिकारी एवं उप सिविल सर्जन डॉ. बुधराम के नेतृत्व में ओढ़ां सीएचसी में एमओ डॉ. गुरविंद्र सिंह व रोड़ी पीएचसी इंचार्ज एमओ डॉ. दीक्षा पर आधारित टीम गठित की. डॉ. बुधराम ने बताया कि इसी दौरान सूचना मिली कि एक महिला क्लिनिक में गर्भपात करवाने आई है. टीम ने तुरंत छापेमारी की, लेकिन गर्भपात करवाने आई महिला जा चुकी थी.
क्लीनिक संचालक जीएनएम सोमादेवी से पूछताछ की, तो उसने बताया कि किसी लखविंद्र सिंह ने 9 अप्रैल एक महिला को उसके क्लीनिक में भेजा था. जिसको पहले से ब्लीडिंग हो रही थी, उसने सिर्फ महिला को प्राथमिक उपचार दिया है. इसके बाद टीम ने क्लीनिक की चेकिंग की, तो वहां से गर्भपात में इस्तेमाल होने वाले औजार मिले. इसके साथ टीम ने कालांवाली पुलिस से आरोपी महिला व सहयोगी लखविंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की सिफारिश की है.
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उप सिविल सर्जन डॉ. बुधराम ने बताया कि गांव तारू आना व आसपास के गांवों में लिंगानुपात नहीं सुधर रहा था. ऐसे में बेटों के मुकाबले बेटियां कम जन्मी थी. इसलिए इलाके में विभाग की पैनी नजर है. जिसके मद्देनजर मिली सूचना पर छापेमारी की गई. तारू आना की जीएनएम ने अपने घर में क्लिनिक बना रखा था. जहां टीम ने छापेमारी करके अवैध रूप से गर्भपात में इस्तेमाल होने वाले औजार बरामद किए हैं. उपकरणों एवं अन्य सामग्री को कब्जे में लिया है.