सिरसा: रबी की फसल कटाई का समय चल रहा है, वहीं लॉकडाउन ने किसानों ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. लॉकडाउन नहीं खुलेगा तो किसान इस अनाज का क्या करेंगे. किसान सरसों और गेहू्ं बेचने कहां और कैसे जाएंगे? किसानों को फसल की कटाई के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं.
मौजूदा हालात में कोई भी गांव से शहर जाने को तैयार नहीं है और न ही छोटे किसान के खुद के पास संसाधन है जो अपनी फसल को मंडी तक ले जा सकें. हालांकि सरकार ने दावा किया है कि किसान का दाना दाना सरकार खरीदेगी लेकिन सरकार की ओर से अभी तक इस प्रकार की कोई तैयारी तो दिख नहीं रही है. जिसे देखकर लगे कि हां सरकार ने खरीद के लिए किसी प्रकार का प्रबंध किया है.
किसानों की सरकार से मांग
सिरसा के खेतों में काम कर रहे किसानों का कहना है कि हम किसी तरह इस फसल को स्टोर भी कर लें लेकिन खरीफ की बिजाके लिए उनके पाल ना तो बीज है और ना ही खाद. साथ ही किसानों के पास उतने पैसे भी नहीं हैं जो कहीं से खाद और बीज खरीद सकें. इसलिए किसानों ने सरकार से मांग की है कि वो जल्द से जल्द उनकी फसल खरीदे जिससे कि वो खरीफ की फसल को बोने की तैयारी कर पाएं.
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किसानों की समस्या को लेकर जब कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि खेतों में किसानों को जाने के लिए कोई रोक नहीं रहा है. सरसों की कटाई हो चुकी है. सरसों का स्टोर गांव में हो सकता है. गेहूं की फसल मंडी में 15 अप्रैल के बाद आएगी. तब तक लॉकडाउन में थोड़ी सी ढील देने की उम्मीद भी लग रही है. सरकार जल्द ही किसानों को मंडियों में अपनी फसल लाने की अनुमति दे देगी.