सिरसा: जिले से पराली जलाने की सूचनाएं लगातार सामने आ रही हैं. जिसको लेकर प्रशासन सख्त रवैया अपना रहा है. पराली जलाने को लेकर सिरसा उपायुक्त ने लोगों से अपील की है कि वो पराली जलाकर जीवन देने वाली भूमि को नष्ट ना करें.
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि भूमि से हमें खाद्यान प्राप्त होते हैं. ऐसे हमें हमारी यह जिम्मेवारी बढ़ जाती है कि हम अपनी भूमि के स्वास्थ्य का अधिक ख्याल रखें. फसल कटाई के सीजन के दौरान प्रतिवर्ष किसानों द्वारा फसल अवशेष जलाने से वातावरण में प्रदूषण का मात्र बढ़ जाती है, जिससे जहां एक तरफ भूमि बंजर होती है. वहीं वायु प्रदूषण से मानव जीवन व जीव जंतुओं पर भी संकट मंडराने लगता है.
उन्होंने कहा कि नागरिक सजगता का परिचय देते हुए पराली को न जलाएं, बल्कि पराली के अवशेषों को पशुचारे के रुप में प्रयोग करें. ने कहा कि कोई भी व्यक्ति पराली को आग न लगाए और दूसरों को भी इस बारे में जागरुक करें. सामूहिक संकल्प से ही हम अपने जिला को प्रदूषण मुक्त बना सकते हैं.
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे फसल अवशेष प्रबंधन को अपनाएं. धान के फानों को जलाने की बजाए उनका प्रबंधन करें. फसल अवशेषों को खेत में ही प्रयोग करें .
सिरसा उपयुक्त ने ग्राम पंचायतों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने गांवों में ग्राम सभा की बैठक में ग्रामीणों को पराली न जलाने की शपथ भी दिलवाएं.उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच व दृढ संकल्प से ही हम जिला में पराली जलाने की घटनाओं पर शत प्रतिशत अंकुश लगा सकते हैं.इसलिए सरपंच अपना दायित्व गंभीरता से निभाएं और ग्रामीणों को पराली न जलाने के लिए जागरुक करें.
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