सिरसा: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देख स्वास्थ्य विभाग ने सिरसा नागरिक अस्पताल को कोविड सेंटर बना दिया है. इस अस्पताल के 100 बेड अब कोरोना मरीजों के लिए ही रखे गए हैं. पूरे अस्पताल में आइसोलेशन को लेकर व्यवस्था कर दी गई है.
सिरसा स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वो कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए पूरे तरह से तैयार हैं और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से लोगों को जागरूक भी कर रहा है. सिरसा के सीएमओ सुरेंद्र नैन ने बताया कि सिरसा में कोविड-19 के मामलों को देखते हुए कुछ निजी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने अपने अधीन कर लिया है और वहां के कर्मचारियों को भी आने वाली विपदा से लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
'लॉकडाउन का नाजायज फायदा उठाया गया'
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के शुरुआती समय में सिरसा में कोरोना मरीजों की संख्या काफी कम थी, लेकिन लॉकडाउन में मिलने मिली छूट के बाद ये संख्या तेजी से बढ़ते हुए 100 के पार पहुंच गई है. हालांकि, सिरसा के लिए सबसे बड़ी राहत की बात ये है कि सिरसा में अब तक कोरोना के 86 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं, जबकि 23 मरीज अभी भी सिरसा के नागरिक अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सिरसा में 7 डॉक्टरों की एक मोबाइल टीम बनाई गई है जो जिले में घर-घर जाकर लोगों के कोरोना सैंपल लेगी और उनका टेस्ट करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब सिरसा में किसी भी व्यक्ति को अपना टेस्ट करवाने के लिए सिविल अस्पताल आने की आवश्यकता नहीं होगी.
सिरसा सीएमओ सुरेंद्र नैन ने लोगों से अपील की है कि लोग सरकार द्वारा दी गई छूट का नाजायज फायदा ना उठाएं और घरों में रहकर अपने साथ अपने परिवार और आसपास के लोगों को कोरोना से बचा कर रखें. उन्होंने कहा कि अभी कोरोना से लड़ने का एकमात्र तरीका मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग है.
ये भी पढ़ें- मास्क न पहनने वालों को ऐसे सबक सिखाती है चंडीगढ़ की ये समाजिक कार्यकर्ता