रोहतक: पीजीआई के ऑर्थो डिपार्टमेंट में कार्यरत डॉ. गौरव नांदल पर एक वक्त में दो अलग-अलग संस्थानों में काम करने और पैसा लेने का आरोप लगा है. पीजीआई में कई महीने तक चली जांच के बाद पीजीआई थाना के एसएचओ ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
आरोप है कि पीजीआई में कार्यकर्त आरोपी डॉक्टर 2018 से 2020 तक नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी रोहतक में बतौर विजिटिंग फैकल्टी सेवाएं देता रहा. इस दौरान उसने जूनियर बॉक्सर्स के साथ एकेडमी के खर्चे पर बतौर चिकित्सक तीन से चार बार विदेश यात्राएं भी की. वहां आरोपी डॉक्टर ने 25 यूएस डॉलर प्रतिदिन मेहनताना भी लिया. चार बार की विदेश यात्राओं के दौरान आरोपी डॉक्टर ने डिपार्टमेंट और मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर से अनुमति नहीं ली. हैरत की बात ये है कि आरोपी डॉक्टर को विदेश यात्रा के दौरान आर्थो डिपार्टमेंट के दस्तावेजों में उपस्थित दिखाया गया है.
पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ तो हेल्थ यूनिवर्सिटी और पीजीआई डायरेक्टर ने जांच बैठा दी. जांच करने का जिम्मा डीएमएस डॉ. संदीप के पास रहा. जांच अधिकारी ने आरोपी डॉक्टर की ओर से दो संस्थानों से सैलरी लेने, बिना अनुमति विदेश यात्रा करने सहित अन्य कई अनियमितताओं का दोषी मानते हुए रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को सौंपी दी थी, जिसके बाद अब केस दर्ज किया गया है.
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जानकारी के मुताबिक स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से रोहतक में संचालित की जा रही नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी के अधिकारियों ने जांच अधिकारी को बताया कि बॉक्सिंग एकेडमी में आरोपी डॉ. गौरव ने बतौर विजिटिंग फैकल्टी सेवाएं दी हैं. प्रतिदिन तीन घंटे की ड्यूटी देने के एवज में उसे प्रतिमाह 50 हजार रुपये का भुगतान किए जा रहा था. उन्हें नहीं बताया गया था कि वो पीजीआई में भी काम करता है. वहीं, डॉक्टर पर केस दर्ज होने के बाद ऑर्थो विभाग के स्टाफ में भी हड़कंप है.