सिरसाः रानियां विधानसभा के गांव बुड़ावाना के लोग 70 साल से पुल का इंतजार कर रहे हैं लेकिन इस गांव में आज तक पुल नहीं बना. ये गांव घग्गर नदी के किनारे बसा है. जिसे पार करने के लिए गांव वालों का कश्ती का सहारा लेना पड़ता है.
70 साल से पुल का इंतजार
ग्रामीणों का कहना है कि वो 70 साल से घग्घर नदी पर पुल बनने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन आज तक इस समस्या का हल नहीं निकला है. ग्रामीण कहते हैं कि आजादी के बाद से सरकारें बदलती रहीं लेकिन यहां के हालात नहीं बदले. हर जगह गांव वालों ने जाकर शिकायत कर ली, आपनी मांग रख ली लेकिन आश्वासन के सिवा आज तक कुछ नहीं मिला.
कैसे पढ़ेंगी बेटियां ?
गांव वाले कहते हैं कि बुड़ावाना गांव में मात्र पांचवी तक स्कूल है और आगे पढ़ने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है. किसी भी गांव जाने के लिए उन्हें नदी पार करनी पड़ती है. जिसकी वजह से कई लड़कियों की पढ़ाई छूट जाती है. न सिर्फ लड़कियों की पढ़ाई छूटती है बल्कि लड़के भी कई बार इस समस्या से तंग आकर स्कूल जाना बंद कर देते हैं.
ये भी है दिक्कत
बुड़ावाना गांव में समस्या इतनी ही नहीं है. गांव वालों का कहना है कि अगर हम सिरसा जाते हैं तो 25 किलोमीटर से ज्यादा घूमकर जाना पड़ता है. अगर वो नदी पार करके जाते हैं तो उनकी ये मेहनत तो कम हो जाती है लेकिन कश्ती से नदी पार करना काफी मुश्किल होता है. कई बार जब नदी में पानी बढ़ जाता है तो नदी पार करना और भी मुश्किल होता है.
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रानियां विधानसभा का इतिहास
रानियां विधानसभा का गठन 2008 के परिसीमन में हुआ था. 2009 में यहां से इनेलो के कृष्ण कंबोज विधायक बने थे. 2014 में इनेलो के रामचंद्र कंबोज यहां से विधायक चुने गए जो अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. 2009 में यहां से ओपी चौटाला के भाई रणजीत चौटाला ने भी चुनाव लड़ा था. लेकिन हार गए उसके बाद 2014 मे भी कांग्रेस ने रणजीत चौटाला को टिकट दिया लेकिन इस बार भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा.
रानियां में वोट समीकरण
- रानियां में कुल 1,77,719 वोट हैं
- रानियां में 94,354 पुरुष वोटर हैं
- रानियां में 83,365 महिला वोटर हैं
- रानियां में 161 सर्विस वोटर हैं