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ठंड की आगोश में सिरसा, सुबह से जारी बारिश ने बढ़ाई सर्दी

सिरसा में सुबह 5 बजे लगातार रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है. साथ में शीतलहर चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ चुका है.

rain increased cold in sirsa
सिरसा में सुबह से जारी बूंदाबांदी
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Published : Dec 12, 2019, 2:30 PM IST

सिरसा: पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है. हरियाणा में भी ठंड का असर देखने को मिल रहा है. गुरुवार को हरियाणा के कई जिलों में कोहरा देखने को मिला तो कई जिलों में सुबह हल्की बारिश हुई.

सिरसा में सुबह से जारी बूंदाबांदी
सिरसा में भी सुबह 5 बजे लगातार रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है. साथ में शीतलहर चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ चुका है. ऐसे में ये ठंड विशेषकर स्कूली बच्चों के लिए काफी परेशानी का सबब बनी हुई है. वहीं अगर फसलों की बात करें, तो गेहूं और सरसों की फसल के लिए ये बूंदाबांदी और धुंध वरदान साबित हो रही है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो ये ठंड, धुंध और कोहरा आगे आने वाले वक्त में और बढ़ सकती है. जिससे किसानों को काफी फायदा होगा.

ठंड की आगोश में सिसरा

ये भी पढ़िए: चंडीगढ़ में बदला मौसम का मिजाज,हल्की बारिश के बाद तापमान में 5 डिग्री की गिरावट

किसानों के लिए बारिश साबित होगी वरदान

कृषि उप निदेशक डॉ. बाबू लाल ने बताया कि सिरसा जिले में कुल 2 लाख 80 हजार हेक्टयर में गेहूं की खेती की गई है और 50 हजार हेक्टयर में सरसों की बिजाई की गई है. उन्होंने बताया कि अचानक मौसम में हुए बदलाव और बूंदाबांदी से किसानों को काफी फायदा होगा. ये हल्की बारिश गेहूं और सरसों के फसल के लिए काफी लाभदायक है. उन्होंने बताया कि ठंड और कोहरे की वजह से गेहूं में फुटाव अच्छा होगा और पैदावार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

सिरसा: पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है. हरियाणा में भी ठंड का असर देखने को मिल रहा है. गुरुवार को हरियाणा के कई जिलों में कोहरा देखने को मिला तो कई जिलों में सुबह हल्की बारिश हुई.

सिरसा में सुबह से जारी बूंदाबांदी
सिरसा में भी सुबह 5 बजे लगातार रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है. साथ में शीतलहर चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ चुका है. ऐसे में ये ठंड विशेषकर स्कूली बच्चों के लिए काफी परेशानी का सबब बनी हुई है. वहीं अगर फसलों की बात करें, तो गेहूं और सरसों की फसल के लिए ये बूंदाबांदी और धुंध वरदान साबित हो रही है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो ये ठंड, धुंध और कोहरा आगे आने वाले वक्त में और बढ़ सकती है. जिससे किसानों को काफी फायदा होगा.

ठंड की आगोश में सिसरा

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किसानों के लिए बारिश साबित होगी वरदान

कृषि उप निदेशक डॉ. बाबू लाल ने बताया कि सिरसा जिले में कुल 2 लाख 80 हजार हेक्टयर में गेहूं की खेती की गई है और 50 हजार हेक्टयर में सरसों की बिजाई की गई है. उन्होंने बताया कि अचानक मौसम में हुए बदलाव और बूंदाबांदी से किसानों को काफी फायदा होगा. ये हल्की बारिश गेहूं और सरसों के फसल के लिए काफी लाभदायक है. उन्होंने बताया कि ठंड और कोहरे की वजह से गेहूं में फुटाव अच्छा होगा और पैदावार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

Intro:एंकर -पश्चिमी विक्षोभ के वजह से पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है । सिरसा में आज सुबह 5:00 बजे लगातार रुक रुक कर बूंदाबांदी हो रही है जिससे तापमान में गिरावट आई है। साथ में शीतलहर चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ चुका है ऐसे में यह ठंड विशेषकर स्कूली बच्चों के लिए काफी परेशानी का सबब बनी हुई है वहीं अगर फसलों की बात करें तो गेहूं व सरसों की फसल के लिए यह बूंदाबांदी और धुंध वरदान साबित हो रहे हैं मौसम वैज्ञानिकों की माने तो यह ठंड, धुंध व कोहरा आगे आने वाले समय में और भी बढ़ सकती है
Body:वीओ 01 कृषि उप निदेशक डॉ बाबू लाल ने बताया कि सिरसा जिले में कुल 2 लाख 80 हजार हेक्टयर में गेहूं की खेती की गई है और सरसों 50 हजार हेक्टयर में सरसों की बिजाई की गई है। उन्होंने बताया कि जो अचानक मौषम में बदलाव हुआ है और बूंदाबांदी हो रही है यह गेहूं व सरसों के फसल के लिए काफी लाभदायक है। उन्होंने बताया कि ठंड व कोहरे की वजह से गेहूं में फुटाव अच्छा होगा और पैदावार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

बाइट बाबू लाल, कृषि उप निदेशक, सिरसा।Conclusion:
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