सिरसा: 1983 पीटीआई टीचर्स को नौकरी से हटाने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. अब सिरसा में आमरण अनशन पर बैठे एक पीटीआई टीचर का परिवार भी धरने पर बैठ गया है. इस दौरान पीटीआई टीचर्स ने थाली बजाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
धरने पर बैठे पीटीआई टीचर्स ने कहा कि हरियाणा सरकार उन्हें नौकरी से निकालकर गलत कर रही है. साथ ही उन्होंने सरकार से सुप्रीम कोर्ट में पीटीआई टीचर्स का पक्ष रखने की मांग की. पीटीआई टीचर्स ने हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उन्हें बहाल नहीं किया तो वो सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे.
पीटीआई टीचर सरोज बाला ने बताया कि 1983 टीचर्स की बहाली की मांग को लेकर वो पिछले 54 दिनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार ने उनकी मांग पर कोई गौर नहीं किया. उन्होंने कहा कि आज से आमरण अनशन पर बैठे पीटीआई टीचर का परिवार भी धरने में शामिल हो गया है.
ये है पूरा मामला?
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अप्रैल 2010 में 1983 पीटीआई को प्रदेशभर में भर्ती किया था. इस दौरान नियुक्तियों में असफल रहे अभ्यर्थियों में संजीव कुमार, जिले राम और एक अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगा चुनौती दी थी. याचिका में कहा गया था कि ऐसे उम्मीदवारों को भी नियुक्ति दी गई थी, जिनके शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी हैं.
ये भी पढ़िए: प्रदर्शन कर रहे पीटीआई से मिलने पहुंचे बिजली मंत्री, शिक्षकों ने कही तीखी बात
हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने याचिका पर सुनवाई कर पीटीआई की भर्ती को रद्द कर दिया था. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला बरकरार रखा था. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए हरियाणा सरकार ने इसी साल 1983 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है. जिसके बाद से प्रदेशभर में पीटीआई शिक्षकों की बहाली को लेकर प्रदर्शन जारी है.