सिरसा: जेल से एक बंदी को कोरोना वायरस के लक्षण मिलने के बाद नागरिक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है. बताया जा रहा है कि बंदी को कुछ दिन पहले खांसी जुखाम की शिकायत थी, जिसके बाद संदिग्ध के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. वहीं, डॉक्टर मरीज की हिस्ट्री को देखते हुए वे इसे कोरोना संदिग्ध नहीं मान रहे हैं.
नागरिक अस्पताल के डिप्टी सीएमओ डॉ. वीरेश भूषण का कहना है कि दो दिन पहले एक बंदी को लाया गया था. बताया जा रहा था कि जेल में जाने से पहले वो एक शादी समारोह में किसी जर्मनी के रहने वाले व्यक्ति के सम्पर्क आया था, जिसके बाद वो जेल में आ गया और उसे जुखाम खांसी हो गयी. इस कारण बंदी को कोरोना वायरस का संदिग्ध मान कर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है और उसके सैंपल लिए गए थे.
उन्होंने कहा कि जब मरीज की हिस्ट्री चेक की गई तो पता चला कि न तो जर्मनी से आने वाला व्यक्ति पॉजिटिव है और न ही ये खुद विदेश जा कर आया है. जिसके बाद विभाग इस मरीज को कोरोना संदिग्ध नहीं मान रहा.
बता दें कि अब तक सिरसा जिले में 5 कोरोना वायरस के संदिध मामले आए थे, जिन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था और इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है. जबकि एक युवक की मृत्यु के बाद उसे कोरोना का संदिग्ध माना गया था, जिसकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आयी थी.
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