सिरसा: पंजाब और राजस्थान से सटे सिरसा में नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है. जो पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. सूबे में बीजेपी जब से दूसरी बार सत्ता में आई है. तब से सरकार और प्रशासन दोनों नशे पर लगाम लगाने के लिए सख्त नजर आ रहे हैं.
नशे के खिलाफ सिरसा पुलिस ने की मुहिम की शुरुआत
सिरसा पुलिस ने नशे पर लगाम लगाने के लिए मुहिम की शुरुआत की है. इस मुहिम के जरिए सिरसा के एक-एक गांव को नशा मुक्त किया जाएगा. नेताओं की तरह पुलिस भी अब गांवों को गोद लेगी. एक-एक गांव को गोद लेकर नशे के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. सिरसा पुलिस के मुताबिक 26 जनवरी तक ज्यादार गांवों को नशे से मुक्त रखने का लक्ष्य रखा गया है.
नशे से प्रभावित गांवों को गोद लेगी सिरसा पुलिस
सिरसा को नशा मुक्त बनाने के लिए थाना और चौकी पुलिस ने प्रभावित गांव और शहर के वार्डों का चयन भी कर लिया है. इनमें शिकायत पेटी भी लगा दी गई है. जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति पहचान गुप्त रखकर नशे की जानकारी पुलिस को दे सकता है. जल्द ही पुलिस इस मुहिम पर काम शुरु कर देगी. पुलिस ने दावा किया है कि पहले के मुकाबले नशे के मामलों में काफी कमी आई है.
26 जनवरी तक गांवों को नशा मुक्त करने का लक्ष्य
डीएसपी राजेश कुमार के मुताबिक सिरसा में नशे को खत्म करने के लिए एसएसपी ने पंचायतों से हर रोज बैठक की. इन पंचायतों के बाद अब गांव के युवा क्लबों को बुलाया जा रहा है. अभी तक 17 क्लबों के साथ पुलिस अधीक्षक बैठक कर चुके हैं. वहीं सिरसा उपायुक्त अशोक गर्ग ने जिले के सभी NGO को निर्देश दिए हैं कि वो पुलिस के साथ मिलकर नशे को खत्म करने में उनकी मदद करे.
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बता दें कि जिले में 300 से अधिक गांवों में नशा गंभीर समस्या बन गया है. पुलिस ने करीब 100 ऐसे गांव चिह्नित किए हैं जहां नशे के कारण युवा पीढ़ी बर्बादी की कगार पर है. यहां हालात चिंताजनक बने हुए हैं.