सिरसा में निजी स्कूलों द्वारा फर्जी स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट (fake slc case in sirsa) और दसवीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट (fake marksheet case in sirsa) बनाने का मामला सामने आया है. पाना गांव निवासी छात्र गुरदीप सिंह की दसवीं कक्षा की मार्कशीट और स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट फर्जी मिला. जिसके बाद हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने तीन निजी स्कूल संचालकों और एक इंस्टीट्यूट संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया.
सिरसा पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (haryana board of school education) के सचिव कृष्ण कुमार की शिकायत पर सिरसा पुलिस ने गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल पतली डाबर, ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल मानक दीवान, गुरुनानक स्कूल भंगू के प्रबंधक संचालक, साई संस्थान द्वारकापुरी इंस्टीट्यूट के मालिक सीताराम गुरदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इस मामले में विजिलेंस इंक्वायरी होने के बाद डीएसपी डबवाली द्वारा जांच की गई. जिसके बाद पाया गया कि आरोपी फर्जी अंक तालिका व एसएलसी (fake marksheet case in sirsa) तैयार करके ये जानते हुए भी कि ग्रामीण मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय परिषद बोर्डों की हरियाणा में मान्यता नहीं है. फिर भी छात्रों को इन बोर्ड की अंक तालिका देकर धोखाधड़ी की है.
इस मामले में शहर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव की शिकायत पर मिली थी कि सिरसा जिला के कुछ प्राइवेट स्कूल और इंस्टीट्यूट ने फर्जी अंक तालिका व एसएलसी तैयार कर रहे हैं. इस शिकायत के आधार पर तीन निजी स्कूल संचालक और एक निजी इंस्टीट्यूट संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सिरसा पुलिस प्रभारी प्रदीप कुमार ने कहा कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी.