सिरसा: गुरुद्वारा श्री चिल्ला साहिब से रविवार सुबह काफी संख्या में किसान धन्ना भगत के जन्म स्थल धूआं कलां के लिए रवाना हुए. ये तीर्थ स्थल राजस्थान के जिला टोंक में हैं जहां से पवित्र मिट्टी लाने के लिए किसान रवाना हुए हैं.
किसानों का कहना है कि वो 20 अप्रैल को टिकरी बार्डर पर धन्ना भगत जी की जयंती मनाई जाएगी और धूआ कलां की पवित्र मिट्टी किसानों को दी जाएगी जो कि किसान अपने खेतों में फसल उगाते समय उसका इस्तेमाल करेंगे.
ये भी पढ़ें: सरकार की अपील के बाद बोले किसान- इस आंदोलन से हमारी लाशें ही वापस जाएंगी, लेकिन हम नहीं
वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तरफ से आंदोलन स्थगित करने की अपील पर किसान नेता लखविंद्र सिंह ने कहा कि बंगाल में प्रधानमंत्री रैलियां कर रहें हैं, वहां कोरोना नहीं होगा और हमारे आंदोलन से कोरोना बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि हम बॉर्डरों पर कोई जश्न मनाने नहीं बैठे हुए हैं, बल्कि मजबूरी में बैठे है.
ये भी पढ़ें: कुरुक्षेत्र में सांसद नायब सैनी का विरोध, 80 से ज्यादा किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया
किसान नेता लखविंद्र सिंह ने कहा कि ये सरकार अलग-अलग हत्थेकंडे अपनाकर आंदोलन खत्म करवाना चाहती है लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं है और हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते. उन्होंने कहा कि हमारे लिए जान से प्यारा हमारा जमीर है.