सिरसा: पॉक्सो एक्ट के आरोपी ने पुलिस पर सामाजिक मानहानि (social defamation case in sirsa) का आरोप लगाया है. नाबालिग आरोपी का कहना है कि उस पर पॉक्सो एक्ट (POCSO Act case in Sirsa) के तहत झूठा आरोप लगाया गया है. उन आरोपों के चलते पुलिस ने पूरे क्षेत्र में पुलिस की जीप में बैठाकर उसे घुमाया जिससे उसकी अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा पर दाग लगा है. न्याय की गुहार लगाने नाबालिग पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचा.
वहीं दूसरी ओर नाबालिग बच्चे पर लगे आरोप का बहुजन समाज, वाल्मीकि समाज सहित ग्रामीणों ने विरोध किया है. मीडिया से बातचीत में बच्चे ने बताया कि वह पढ़ने लिखने पर होशियार है और उसे डीईओ ने पुरुस्कृत किया था. यही नहीं उसे कई मौके पर सम्मानित भी किया जा चुका है. पढ़ाई में होशियार होने की वजह से उससे कुछ लड़के रंजिश रखने लगे. नाबालिग ने आगे बताया कि रंजिश रखने वाले लड़कों ने उसके साथ मारपीट की. पुलिस सुरक्षा में उसने परीक्षा दी थी.
इसके बाद पोक्सो एक्ट में झूठे इल्जाम (minor boy accused on sirsa police) लगाकर पर्चा दर्ज करवा दिया. पुलिस ने जीप में पूरे गांव में घुमाकर सामाजिक मानहानि की और उसे जेल भेज दिया. जमानत मिलने के बाद नाबालिग ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है. नाबालिग युवक के साथ पूरा बहुजन समाज और वाल्मिकि समाज भी साथ में खड़ा दिखाई दिया. ग्रामीणों ने भी नाबालिग पर पाॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज केस का विरोध किया है.