सिरसा: लॉकडाउन-2 अब अंतिम चरण में है. इस बीच पंजाब, हरियाणा व राजस्थान से प्रवासी मजदूरों का पलायन लगातार जारी है. पंजाब से चलकर सिरसा होते हुए आज भी दो दर्जन प्रवासी मजदूर उत्तरप्रदेश व बिहार के लिए सिरसा से पैदल रवाना हुए हैं. कल यह मजदूर पंजाब के बठिंडा स्थित रिफाइनरी से रवाना हुए थे. पैदल ही ये लोग सिरसा पहुंचे. रात प्रवास के बाद आज सुबह सिरसा से पैदल ही उत्तरप्रदेश व यूपी के लिए रवाना हुए.
हिसार रोड पर दिल्ली पुल के निकट मिले मजदूरों ने बताया कि वे उत्तरप्रदेश और यूपी से लॉकडाउन शुरू होने से दो दिन पहले बठिंडा रिफाइनरी में पहुंचे थे. गुरु गोविंद रिफाइनरी में उन्हें कोई काम नहीं मिला और दो दिन बाद लॉकडाउन शुरू हो गया. ऐसे में वे लोग घरों से जो पैसा लेकर आए उससे गुजर बसर कर रहे थे. अब पैसा खत्म हो गया और दिहाड़ी लग नहीं रही. ऐसे में उनके सामने भूखे मरने का संकट पैदा हो गया इसलिए वे बठिंडा से पैदल ही सिरसा होते हुए उत्तर प्रदेश जा रहे हैं.
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मजदूर छोटे यादव, सोनू पासवान व अवधेश यादव ने बताया कि उनके पास एक फूटी कोड़ी भी नहीं है. पंजाब में रहकर भी भूखे मरना था इसलिए पैदल ही गांव की तरफ जा रहे हैं. रास्ते में समाजसेवी संगठनों के सहयोग से जहां भी भोजन इत्यादि की व्यवस्था होगी वहां खाना खा लेंगे. वैसे तो कल दोपहर से खाना नहीं खाया है और फिलहाल भूखे पेट ही सफर कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना गरीब और प्रवासी मजदूरों को करना पड़ा है. ज्यादातर मजदूर यूपी और बिहार के हैं जो लॉकडाउन के चलते फंस गए और इस दौरान कोई काम भी ना मिलने के कारण इनके पास खाना खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं. हालांकि कई राज्यों की सरकारों ने दूसरे राज्यों में फंसे अपने मजदूरों को घर लाने की कवायद शुरू कर दी है.
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