सिरसा: सिरसा में एक बार फिर से टिड्डी दल ने हमला बोला है. देर रात राजस्थान बॉर्डर पर स्तिथ खेड़ी गांव के खेतों में टिड्डी दल ने हमला किया. जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों के साथ मिलकर टिड्डी दल के खिलाफ रात भर ऑपरेशन चलाया और भारी संख्या में टिड्डियों का सफाया किया गया.
बता दें कि पिछले दिनों सिरसा के कई गांव में टिड्डी दल ने हमला किया था. जिसके बाद से ही जिला प्रसाशन टिड्डियों को लेकर सतर्क है. शुक्रवार रात टिड्डियों ने राजस्थान बॉर्डर पर स्तिथ खेड़ी गांव के खेतों में टिड्डी दल ने हमला किया, लेकिन इससे पहले ही खेतों को नुकसान पहुंच पाता प्रशासन ने किसानों के साथ मिलकर टिड्डियों का सफाया किया.
गौरतलब है कि पिछले दिनों ही 22 जुलाई के बाद सिरसा में टिड्डी दल के हमले का अलर्ट जारी किया गया था. अलर्ट के बाद सीएम मनोहर लाल भी अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि ड्रोन से टिड्डियों पर निगरानी और रसायनों का छिड़काव किया जाए. वहीं पिछले दिनों हुए टिड्डी दल के हमले में टिड्डियों ने सिरसा के किसानों की करीब 800 एकड़ में लगी फसल को बर्बाद कर दिया था.
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क्यों खतरनाक है टिड्डी दल?
- भारत में टिड्डियों की चार प्रजातियां पाई जाती हैं.
- डेसर्ट लोकस्ट, माइग्रेटरी लोकस्ट, बॉमबे लोकस्ट, ट्री लोकस्ट टिड्डी झुंड में रहती हैं, वो एक साथ उड़ती हैं.
- टिड्डी दल एक साथ फसलों को नुकसान पहुंचाती हैं
- टिड्डी एक बहुभक्षी कीट है.
- नीम को छोड़कर सभी वनस्पतियों को अपना भोजन बनाता हैं.
- टिड्डी दल दिन के समय उड़ता है और रात को आराम करने के लिए फसलों पर बैठता है. जहां वो फसलों को अपना शिकार बनाता है.