ETV Bharat / state

हरियाणा रोडवेज में टिकट चोरी का भंडाफोड़, कंडक्टर वाट्सऐप ग्रुप से देते थे छापे की जानकारी - corruption in sirsa roadways

हरियाणा में भ्रष्टाचार का ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप हैरान रह जायेंगे. जिस रोडवेज बस में आप सफर करते हैं उसके ड्राइवर और कंडक्टर रोज लाखों की कमाई कर रहे हैं और सरकारी खजाने को चूना लगा रहे है. इससे भी ज्यादा हैरान करने वाला इनके भ्रष्टाचार का तरीका है. इसके लिए बाकायद पूरे हरियाणा में कंडक्टर का वाट्सऐप ग्रुप बना हुआ था. जिसमें जीएम के छापे की जानकारी दे दी जाती थी.

Sirsa Roadways Administration
सिरसा रोडवेज प्रशासन की सख्ती
author img

By

Published : Sep 2, 2022, 5:58 PM IST

सिरसा: हरियाणा के सिरसा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे. दरअसल, जिस रोडवेज बस से आप रोज सफर करते हैं, उस बस में हर रोज कंडक्टर और ड्राइवर लाखों की कमाई कर रहे हैं और सरकार को चूना लगाया जा रहा है. सभी के जहन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर परिचालक बस की कमाई में कैसे घपलेबाजी कर लेते हैं. दरअसल, रोडवेज बस में सफर करने वाले यात्रियों को कंडक्टर बिना टिकट दिए उनसे पैसे ले लेते हैं. यही पैसा उनकी जेब में जाता है. जिसकी काउंटिंग टिकट कलेक्टिंग में नहीं हो पाती है. ऐसे में ज्यादातर कंडक्टर्स रोडवेज प्रशासन को आसानी से लाखों का चूना लगाते हैं.

व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर करते थे चोरी: सिरसा रोडवेज बस में टिकट की चोरी पर सिरसा डिपो के जनरल मैनेजर खूबी राम कौशल ने बताया कि हम जहां भी रोडवेज बस की चेकिंग के लिए जाते हैं, परिचालक को पहले ही उनकी लोकेशन के बारे में पता चल जाता है. उन्हें इस बात की शंका हुई. उसके बाद जांच में यह बात सामने आई कि सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के परिचालकों की ओर से दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं. एक ग्रुप का नाम 'भाई-भाई' और दूसरे व्हाट्सएप ग्रुप का नाम 'कोविड-19' रखा गया था.

सिरसा में व्हाट्सअप ग्रुप एडमिन सस्पेंड

सिरसा जीएम खूबी राम कौशल के मुताबिक दोनों ग्रुपों के माध्यम से परिचालक जीएम व रोडवेज चेकिंग स्टाफ की लोकेशन ग्रुप में शेयर कर देते थे. जिससे दूसरे जिले को बस ड्राइवर और परिचालकों को भी पता चल जाता था. उसके बाद परिचालक अपनी बस में सवारियों के हिसाब से पूरा टिकट काट देते थे. जिससे चेकिंग के दौरान सबकुछ ठीक रहता था और वो पकड़े नहीं जाते थे.

ऐसे पकड़ी गई चोरी: सिरसा रोडवेज में भ्रष्टाचार का मामला काफी दिनों से सामने आ रहा था. बैलेंस शीट में राजस्व की कमी देखी जा रही थी. इसको लेकर चेकिंग स्टाफ की मीटिंग बुलाई गई और राजस्व में कमी को देखते हुए सभी स्टॉफ को निर्देश जारी किए गए थे. रोडवेज कर्मचारियों की ओर से राजस्व के चोरी की जानकारी रोडवेज प्रशासन को मिली थी, जिसके बाद सिरसा रोडवेज प्रशासन (Sirsa Roadways Administration) ने इस पर बड़ी कार्रवाई की है.

Sirsa Roadways Administration
हरियाणा रोडवेज परिचालक सस्पेंड

ग्रुप एडमिन के 5 कंडक्टर्स सस्पेंड: मामले सामने आने के बाद सिरसा रोडवेज प्रशासन ने रोडवेज परिचालकों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है. जब इस बात की भनक हरियाणा रोडवेज प्रशासन (Haryana Roadways Administration) को चली तो उन्होंने सख्त रवैया अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई की. सिरसा रोडवेज प्रशासन ने ग्रुप एडमिन के पांच कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही 23 अन्य कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है.

इसके अलावा सिरसा रोडवेज प्रशासन ने अन्य जिलों के कंडक्टर्स पर कार्रवाई करने के लिए रोडवेज के अधिकारियों को पत्र लिखा है. सिरसा के साथ ही साथ व्हाट्सएप ग्रुप में फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के भी कंडक्टर जुड़े हुए थे. सिरसा रोडवेज प्रशासन ने फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के रोडवेज जीएम को भी सभी कंडक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर पत्र लिखा है. सिरसा में रोडवेज कर्मचारियों के बाद अब फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के रोडवेज कर्मचारियों पर तलवार लटकी हुई है.

सिरसा: हरियाणा के सिरसा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे. दरअसल, जिस रोडवेज बस से आप रोज सफर करते हैं, उस बस में हर रोज कंडक्टर और ड्राइवर लाखों की कमाई कर रहे हैं और सरकार को चूना लगाया जा रहा है. सभी के जहन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर परिचालक बस की कमाई में कैसे घपलेबाजी कर लेते हैं. दरअसल, रोडवेज बस में सफर करने वाले यात्रियों को कंडक्टर बिना टिकट दिए उनसे पैसे ले लेते हैं. यही पैसा उनकी जेब में जाता है. जिसकी काउंटिंग टिकट कलेक्टिंग में नहीं हो पाती है. ऐसे में ज्यादातर कंडक्टर्स रोडवेज प्रशासन को आसानी से लाखों का चूना लगाते हैं.

व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर करते थे चोरी: सिरसा रोडवेज बस में टिकट की चोरी पर सिरसा डिपो के जनरल मैनेजर खूबी राम कौशल ने बताया कि हम जहां भी रोडवेज बस की चेकिंग के लिए जाते हैं, परिचालक को पहले ही उनकी लोकेशन के बारे में पता चल जाता है. उन्हें इस बात की शंका हुई. उसके बाद जांच में यह बात सामने आई कि सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के परिचालकों की ओर से दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं. एक ग्रुप का नाम 'भाई-भाई' और दूसरे व्हाट्सएप ग्रुप का नाम 'कोविड-19' रखा गया था.

सिरसा में व्हाट्सअप ग्रुप एडमिन सस्पेंड

सिरसा जीएम खूबी राम कौशल के मुताबिक दोनों ग्रुपों के माध्यम से परिचालक जीएम व रोडवेज चेकिंग स्टाफ की लोकेशन ग्रुप में शेयर कर देते थे. जिससे दूसरे जिले को बस ड्राइवर और परिचालकों को भी पता चल जाता था. उसके बाद परिचालक अपनी बस में सवारियों के हिसाब से पूरा टिकट काट देते थे. जिससे चेकिंग के दौरान सबकुछ ठीक रहता था और वो पकड़े नहीं जाते थे.

ऐसे पकड़ी गई चोरी: सिरसा रोडवेज में भ्रष्टाचार का मामला काफी दिनों से सामने आ रहा था. बैलेंस शीट में राजस्व की कमी देखी जा रही थी. इसको लेकर चेकिंग स्टाफ की मीटिंग बुलाई गई और राजस्व में कमी को देखते हुए सभी स्टॉफ को निर्देश जारी किए गए थे. रोडवेज कर्मचारियों की ओर से राजस्व के चोरी की जानकारी रोडवेज प्रशासन को मिली थी, जिसके बाद सिरसा रोडवेज प्रशासन (Sirsa Roadways Administration) ने इस पर बड़ी कार्रवाई की है.

Sirsa Roadways Administration
हरियाणा रोडवेज परिचालक सस्पेंड

ग्रुप एडमिन के 5 कंडक्टर्स सस्पेंड: मामले सामने आने के बाद सिरसा रोडवेज प्रशासन ने रोडवेज परिचालकों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है. जब इस बात की भनक हरियाणा रोडवेज प्रशासन (Haryana Roadways Administration) को चली तो उन्होंने सख्त रवैया अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई की. सिरसा रोडवेज प्रशासन ने ग्रुप एडमिन के पांच कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही 23 अन्य कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है.

इसके अलावा सिरसा रोडवेज प्रशासन ने अन्य जिलों के कंडक्टर्स पर कार्रवाई करने के लिए रोडवेज के अधिकारियों को पत्र लिखा है. सिरसा के साथ ही साथ व्हाट्सएप ग्रुप में फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के भी कंडक्टर जुड़े हुए थे. सिरसा रोडवेज प्रशासन ने फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के रोडवेज जीएम को भी सभी कंडक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर पत्र लिखा है. सिरसा में रोडवेज कर्मचारियों के बाद अब फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के रोडवेज कर्मचारियों पर तलवार लटकी हुई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.